Mahakumbh Stampede: महाकुंभ हादसे में गोरखपुर के चार और सिद्धार्थनगर के एक श्रद्धालु की मौत, कई लापता
Maha Kumbh Stampede महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पावन स्नान के दौरान भगदड़ मचने से गोरखपुर के चार श्रद्धालुओं की दुखद मृत्यु हो गई। इस हृदयविदारक घटना में सिद्धार्थनगर के एक श्रद्धालु की भी जान चली गई। इसके अलावा तीन लोगों के लापता होने की खबर ने माहौल को और भी गमगीन बना दिया है। हादसे की सूचना मिलते ही दोनों जिलों में हड़कंप मच गया।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान के दौरान मची भगदड़ में गोरखपुर के चार व सिद्धार्थनगर के एक श्रद्धालु की मृत्यु हो गई। इसके अलावा तीन लोगों के लापता होने की भी सूचना है। अमृत स्नान की अभिलाषा लिए महाकुंभ जाने के लिए निकले श्रद्धालु बेहद उत्साहित थे। संगम तट पर भीड़ का दबाव बढ़ने तथा अफवाह के चलते हुए हादसे ने श्रद्धालुओं के उल्लास को शोक में बदल दिया।
भगदड़ में गोरखपुर के उनवल की नगीना देवी (61), पन्ने निषाद (58), कैंपियरगंज के वशिष्ठ मुनि पांडेय (60) व झंगहा, बकसूड़ी के तुलसी पाकड़ गांव में रहने वाले प्रभुनाथ गुप्ता (58 वर्ष) की मृत्यु हो गई। इसके अलावा सिद्धार्थनगर के बांसी कोतवाली के तेजगढ़ के रहने वाले 68 वर्षीय कोदई चौधरी के स्वजन का दावा है कि उनकी मृत्यु भी भगदड़ में हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के परिवार में मातम छा गया।
गोरखपुर के पिपराइच के हरपुर गांव की मालती देवी (55), सहजनवां थाना क्षेत्र के भीटी रावत, भरपुरवा निवासी विद्या यादव और बस्ती जिले के रुधौली थाना क्षेत्र के पचारी कला कुड़िया बाजार निवासी 60 वर्षीय राजमति के लापता होने की सूचना है। इस हादसे की खबर मिलते ही मृतकों के घरों में मातम पसर गया।
Maha Kumbh Mela 2025 में खोया पाया केन्द्र में पहुंचे बिछड़े लोग।-गिरीश श्रीवास्तव
संगम स्नान की आस में निकले, लेकिन वापस नहीं लौटे
उनवल के वार्ड नंबर चार निवासी नगीना देवी और पन्ने निषाद अन्य छह लोगों के साथ 27 जनवरी की सुबह प्रयागराज के लिए बोलेरो से रवाना हुए थे। गंगा स्नान की अभिलाषा लिए पांच महिलाएं और तीन पुरुषों का यह दल बेहद उत्साहित था। लेकिन मौनी अमावस्या पर उमड़ी भीड़ के बीच तड़के भगदड़ मच गई।
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इस दौरान नगीना देवी और पन्ने निषाद दबकर बुरी तरह घायल हो गए। साथ गए श्रद्धालुओं ने किसी तरह दोनों को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन तब तक उनकी सांसे थम चुकी थीं। हादसे की जानकारी मिलते ही परिवार में मातम छा गया।
Maha Kumbh Mela 2025 हादसे में मृतक पन्ने और नगीना देवी। जागरण (फाइल फोटो)
बुधवार दोपहर जब रिश्तेदारों को फोन पर मौत की सूचना मिली, तो घर में चीख-पुकार मच गई। मोहल्ले के लोग भी गमगीन हो गए। परिजन दोपहर बाद प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित सहायता देने की मांग की है।
पत्नी के साथ स्नान करने गए थे वशिष्ट मुनि पांडेय
प्रयागराज कुम्भ मेले में मची भगदड़ में कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के रामनगर केवटलिया गांव निवासी वशिष्ठ मुनि पाण्डेय (60) की भी मौत हो गई। वे अपनी पत्नी के साथ संगम स्नान करने गए थे। भगदड़ में घायल होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वशिष्ठ मुनि पाण्डेय 27 जनवरी की शाम को अपने कुछ रिश्तेदारों और गांव के अन्य श्रद्धालुओं के साथ संतकबीरनगर जिले के मेहदावल कस्बे से बस में सवार होकर प्रयागराज पहुंचे थे। लेकिन वहां गंगा स्नान की पावन घड़ी उनके लिए अंतिम यात्रा साबित हुई। उनकी मृत्यु की खबर मिलते ही गांव में मातम पसर गया। परिजन रात तक उनके पार्थिव शरीर के गांव पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।
महाकुंभ मेला में लापता मालती देवी। जागरण
पत्नी के साथ स्नान करके लौट रहे थे झंगहा के प्रभुनाथ
झंगहा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बकसूड़ी के तुलसी पाकड़ निवासी प्रभुनाथ गुप्ता (58) अपनी पत्नी उषा देवी के साथ 27 जनवरी को संगम स्नान के लिए प्रयागराज गए थे।हादसे के समय प्रभुनाथ गुप्ता और उनकी पत्नी स्नान करके वापस लौट रहे थे, तभी भगदड़ के दौरान वह घायल हो गए।
स्थानीय प्रशासन ने उन्हें अस्पताल भेजा, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका शव अब सरकारी गाड़ी से गांव लाया जा रहा है। परिजनों के अनुसार, उनका एक बेटा दुबई में और दूसरा मुंबई में है, जो सूचना मिलने के बाद मुंबई से घर लौट रहे हैं।
महाकुंभ में झंगहा के प्रभुनाथ गुप्ता की मृत्यु हो गई। फाइल फोटो : सौ. स्वजन
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भगदड़ में लापता हुई महिला,तलाश में निकला बेटा
पिपराइच क्षेत्र के हरपुर गांव की मालती देवी (55) पति श्रीभगवत चौरसिया के साथ संगम स्नान के लिए प्रयागराज गई थीं। लेकिन भगदड़ के दौरान वे अपने स्वजनों से बिछड़ गईं और तब से लापता हैं। उनके पति ने प्रयागराज में हरसंभव कोशिश की, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
महिला के बेटे अमित चौरसिया को पिता श्रीभगवत चौरसिया ने फोन पर बताया कि उनकी मां भगदड़ के दौरान कहीं खो गई हैं। पुलिस सहायता केंद्र और अन्य जगहों पर उन्हें खोजा गया, लेकिन कोई पता नहीं चल सका।
बेटे अमित ने बताया कि उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर मां की तस्वीर प्रसारित कर दी है और वे खुद बस से प्रयागराज के लिए रवाना हो गए हैं।गांव के लोग भी प्रशासन से महिला की जल्द से जल्द खोजबीन की मांग कर रहे हैं। ग्राम प्रधान रामानंद चौरसिया ने घटना की पुष्टि करते हुए प्रशासन से मदद की अपील की है।
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