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    UP News: गोरखपुर में बोले सीएम योगी, 'कृत और कर्ता के प्रति कृतज्ञता का भाव है सनातन धर्म'

    Updated: Thu, 13 Feb 2025 12:15 PM (IST)

    सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जो कृत और कर्ता के प्रति कृतज्ञता का भाव रखता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म अर्वाचीन है और समय-समय पर इस पर अनेक प्रहार हुए लेकिन भगवान की अवतार परंपरा संतों ऋषियों और महामानवों ने धराधाम पर सनातन धर्म का संरक्षण किया। विजय यात्रा लेकर गोरखनाथ मंदिर पहुंचे शंकराचार्य विधुशेखर भारती का जोरदार स्वागत हुआ।

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    जगतगुरु शंकराचार्य श्रीश्री विधुशेखर भारती सन्निधानम की विजय यात्रा के दौरान कार्यक्रम में शंकराचार्य को अंगवस्त्र अर्पित करते CM योगी।-जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ने कहा कि सनातन धर्म अर्वाचीन है। समय- समय पर इस पर अनेक प्रहार हुए, लेकिन भगवान की अवतार परंपरा, संतों, ऋषियों और महामानवों ने धराधाम पर सनातन धर्म का संरक्षण किया और सनातन धर्मावलंबियों के सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की।

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    सनातन धर्म को किसी एक परिभाषा में सीमित नहीं किया जा सकता। वास्तव में यह कृत और कर्ता के प्रति कृतज्ञता का भाव है। वाल्मीकि रामायण में भी यही बात उल्लिखित है। वह विजय यात्रा लेकर गोरखनाथ मंदिर पहुंचे शंकराचार्य विधुशेखर भारती का स्वागत करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

    गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समय यह लगने लगा था कि सनातन धर्म समाप्त हो जाएगा पर तब सनातन परंपरा को भगवान आदि शंकर ने पुनर्जीवित किया था। सनातन धर्म की परंपरा को सतत आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने विजय यात्रा निकाली, शास्त्रार्थ किया और देश के चार कोनों में चार धर्म पीठों, उत्तर में ज्योर्तिष, पूरब के जगन्नाथ, पश्चिम में द्वारिका और दक्षिण में शृंगेरी पीठ की स्थापना की।

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    उन्होंने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत कई बार शृंगेरी पीठ जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। गोरक्षपीठाधीश्वर ने कहा कि हर कालखंड में शृंगेरी पीठ की परंपरा का गोरक्षपीठ में आगमन होता रहा है। वर्ष 1977 में प्रयागराज महाकुंभ के समय शृंगेरी पीठ के पूज्य शंकराचार्य का आगमन गोरक्षपीठ में हुआ था।

    गोरखनाथ मंदिर में जगतगुरु शंकराचार्य श्रीश्री विधुशेखर भारती सन्निधानम की विजय यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रम में शंकराचार्य को अंगवस्त्र अर्पित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। -जागरण


    उसके बाद पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य भारतीय तीर्थ जी महाराज तथा अब जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती जी का आगमन हुआ है। वह महाकुंभ से काशी, अयोध्या होते हुए गोरखपुर पधारे हैं। वह जहां भी गए जनता ने हर्षोल्लास के साथ उनके अभिनंदन का गौरव प्राप्त किया।

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    पूरे विश्व को एकता का संदेश दे रहा महाकुंभ

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज का महाकुंभ पूरे विश्व को एकता का संदेश दे रहा है। 45 दिन के महाकुंभ के आयोजन में अब 14 दिन का समय शेष है। अब तक 31 दिन में करीब 48 करोड़ श्रद्धालु गंगा जमुना, सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। यह एक भारत, श्रेष्ठ भारत का उदाहरण प्रस्तुत करने वाला है।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कहते हैं कि महाकुंभ का यही है संदेश- एकता से अखंड रहेगा देश। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में काशी में बाबा विश्वनाथ के बने भव्य धाम और अयोध्या में 500 वर्षों के इंतजार के बाद बने श्रीराम मंदिर की दिव्यता और भव्यता को गौरवान्वित करने वाला बताया। उन्होंने कहा की नई काशी और नई अयोध्या का कायाकल्प तथा नया कलेवर हर सनातन धर्मावलंबी को आनंद की अनुभूत करने वाला है।