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    MMMUT की मदद से साइबर अपराध रोकेगा पुलिस विभाग, ADG की पहल पर सेंटर ऑफ एक्सिलेंस खोलगा विश्वविद्यालय

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Mon, 18 Sep 2023 12:03 PM (IST)

    बढ़ते साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग विभिन्न तरीके अपना रहा है। लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में एडीजी की पहल पर एमएमएमयूटी की मदद से साइबर अपराध को रोकने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय सेंटर आफ एक्सिलेंस खोलने जा रहा है। जल्द ही विश्वविद्यालय व पुलिस विभाग के बीच अनुबंध किया जाएगा।

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    MMMUT की मदद से साइबर अपराध रोकेगा पुलिस विभाग। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) के तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से पुलिस विभाग (Police Department) साइबर अपराध (Cyber Crime) पर लगाम लगाने की कोशिश करेगा। एडीजी पुलिस अखिल कुमार ने इसे लेकर पहल की है और सहयोग के लिए विश्वविद्यालय से संपर्क साधा है।

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    एएसपी ने कुलपति से की मुलाकात

    विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने सहयोग के इस आग्रह को सहर्ष स्वीकार किया है। बहुत जल्द इसे लेकर विश्वविद्यालय और पुलिस विभाग के बीच अनुबंध की तैयारी है। अनुबंध की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए एएसपी मानुष पारिख ने रविवार को कुलपति से मुलाकात की और अनुबंध की शर्तों और जरूरतों पर विचार-विमर्श किया।

    सेंटर आफ एक्सिलेंस खोलेगा विश्वविद्यालय

    मुलाकात के बाद कुलपति ने बताया कि पुलिस की मदद और लोगों को जागरूक करने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security) और फारेंसिक का सेंटर आफ एक्सिलेंस (Center of Excellence) खोलेगा। इसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के कंप्यूटर और इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग विभाग को संयुक्त रूप से दी जाएगी। इस सेंटर से साइबर सिक्योरिटी को लेकर कोर्स तो चलाए जाएंगे ही, साथ ही समय-समय पर इंटर्नशिप प्रोग्राम भी चलाया जाएगा। इंटर्नशिप प्रोग्राम के जरिये पुलिसकर्मियों को भी साइबर अपराध रोकने का तरीका बताया जाएगा।

    स्थापित होगा साइबर सिक्योरिटी लैब

    कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में एक साइबर सिक्योरिटी लैब (Cyber Security Lab) स्थापित किया जा चुका है। लैब को स्थापित करने के लिए पुणे साइबर सिक्योरिटी से अनुबंध किया गया था। कुलपति ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय पहले से ही नेशनल साइबर सेफ्टी सिक्योरिटी स्टैंडर्ड का सदस्य है। इसका लाभ भी सेंटर आफ एक्सिलेंस से जुड़ने वाले छात्रों और पुलिसकर्मियों को मिलेगा।

    क्या कहते हैं अधिकारी

    अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन अखिल कुमार ने कहा कि तेजी से बढ़ते साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के तकनीकी विशेषज्ञों से सहयोग लेने की योजना बनाई गई है। बहुत जल्द इसे लेकर पुलिस विभाग और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की अनुबंध प्रक्रिया सम्पन्न की जाएगी। विश्वविद्यालय में स्थापित होने वाले सेंटर आफ एक्सिलेंस में पुलिसकर्मियों को साइबर सिक्योरिटी की तकनीकी ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।

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