Gorakhpur News: घूस न मिलने पर कनेक्शन काटने वाले बिजली निगम के दो संविदाकर्मी गिरफ्तार, तीसरा फरार
आइसीआइसीआइ बैंक का कनेक्शन काटने के मामले में कार्रवाई का सिलसिला जारी है। एक्सईएन एसडीओ और जेई के निलंबन के बाद अब दो संविदाकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि एक संवादाकर्मी अभी फरार है। निलंबित जेई वीरेंद्र कुमार ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। तीनों अभियंताओं पर निलंबन की कार्रवाई सीएम की नाराजगी के बाद की गई।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दो हजार रुपये घूस न मिलने पर आइसीआइसीआइ बैंक का बिजली कनेक्शन काटने वाले तीन में से दो संविदाकर्मियों को कैंट पुलिस ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। इनके नाम बालकिशुन और रामानंद हैं। गिरफ्तारी उनके घर से हुई है। तीसरा संविदाकर्मी वेद प्रकाश पांडेय फरार बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। तीनों संविदाकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मोहद्दीपुर के निलंबित जेई धीरेंद्र कुमार ने रविवार को कैंट थाने में एफआईआर कराई थी। इस मामले में मोहद्दीपुर खंड के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) वीके चौधरी, उपखंड अधिकारी (एसडीओ) नीरज दुबे और अवर अभियंता (जेई) वीरेंद्र कुमार को रविवार को निलंबित किया जा चुका है। अधीक्षण अभियंता शहर लोकेंद्र बहादुर सिंह को आरोप पत्र दिया गया है। संविदाकर्मियों को सेवा से निकाला जा चुका है।
यह है मामला
मोहद्दीपुर में स्मार्ट ह्वील के शोरूम के बगल में आइसीआइसीआइ बैंक ने अपनी नई शाखा खोली है। बैंक के मैनेजर ने 15 किलोवाट क्षमता के वाणिज्यिक बिजली कनेक्शन के लिए जुलाई में मोहद्दीपुर खंड में आवेदन किया था। कनेक्शन की स्वीकृति मिलने के बाद बैंक ने 29 अगस्त को 20 हजार 848 रुपये शुल्क जमा कर दिए। इसके बाद गुरुवार को परीक्षण खंड से एक कर्मचारी मीटर लेकर पहुंचा। उसने कहा कि वह मीटर लगाने आया है। मीटर लगने के साथ ही कनेक्शन भी जुड़ जाए तो मीटर की जांच हो जाएगी। बैंककर्मियों ने मोहद्दीपुर में बात की तो तीन संविदाकर्मी पहुंचे। मीटर लगाने के बाद उन्होंने कनेक्शन जोड़ा। फिर दो हजार रुपये घूस मांगने लगे। बैंककर्मियों ने अपने पास से पांच सौ रुपये दिए और जलपान कराया, लेकिन वह तीनों अड़े रहे। इतना ही नहीं नकद रुपये न होने पर बैंक खाते में रुपये भेजने का दबाव बनाने लगे। आधे घंटे तक बाकी 15 सौ रुपये नहीं मिले तो एक संविदाकर्मी पोल पर चढ़ गया और कनेक्शन काट दिया। बैंककर्मियों ने इसका वीडियो बना लिया और अभियंताओं को भेज दिया।
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मुख्यमंत्री ने जताई थी नाराजगी
रविवार को खबर प्रकाशित हुई तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया। इससे पहले ही पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार ने मुख्य अभियंता आशु कालिया को जांच के निर्देश दिए थे। मुख्य अभियंता ने कनेक्शन देने में देर को लापरवाही मानते हुए एक्सईएन, एसडीओ और जेई के निलंबन की संस्तुति की। साथ ही तीनों संविदाकर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए जेई को निर्देश दिया।
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निलंबित जेई ने दर्ज करायी एफआइआर
निलंबित जेई वीरेंद्र कुमार ने कैंट थाने में झंगहा थाना के रामपुर शिव मंदिर टोला निवासी संविदाकर्मी रामानंद, चिलुआताल थाना क्षेत्र के गुरुनगर जगतबेला निवासी बालकृष्ण और बलरामपुर जिले के परसिया अचलपुर निवासी वेद प्रकाश पांडेय के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया है। तीनों की संविदा भी समाप्त कर दी गई है।
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