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    गोरखपुर कलावती हत्याकांड में मिले साक्ष्य बता रहे गांव में छिपा हत्या का राज, डॉग स्क्वाड ने इस पर किया इशारा

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 11:12 AM (IST)

    गोरखपुर के पीपीगंज में कलावती यादव की निर्मम हत्या से सनसनी फैल गई। वह हसिया बनवाने निकली थी लेकिन उसका सिर कटा शव मिला। पुलिस हसिया को हत्या का हथियार मान रही है। डॉग स्क्वाड ने पड़ोसी के घर तक सुराग खोजा जिससे संदेह गहरा गया है। ग्रामीणों में दहशत है और हर कोई हत्यारे के बारे में जानने को उत्सुक है।

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    घटनास्थल से गांव में पहुंचा खोजी कुत्ता। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पीपीगंज के भुईधरपुर की 50 वर्षीय कलावती यादव गुरुवार दोपहर घर से हसिया बनवाने निकली थीं। उन्होंने बहू उतरा देवी से कहा-मंगरु चौराहे पर जा रही हूं, डाॅक्टर को दिखाऊंगी और हसिया भी बनवाऊंगी। लेकिन उसके बाद उनकी कोई खबर नहीं मिली। शुक्रवार सुबह उनका सिरकटा शव गांव से 300 मीटर दूर झाड़ियों में पड़ा मिला। शव के पास वही हसिया भी खून से सना पड़ी थी।

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    पुलिस मान रही है कि हसिया का शव के पास होना सिर्फ संयोग नहीं, बल्कि गहरी रंजिश और सोची-समझी हत्या का संकेत है। यह औजार या तो वारदात में इस्तेमाल हुआ या फिर हत्यारों ने जान-बूझकर वहीं छोड़ दिया ताकि संदेश दिया जा सके।बहू उतरा देवी ने पुलिस को बताया कि रात आठ बजे तक मां जी के न आने पर बेचैनी बढ़ी तो पति परदेशी को सूचना दी,उन्होंने परेशान न होने की सलाह देते हुए कहा कल तक आ जाएंगी।

    सुबह शव देखकर पैरों तले जमीन खिसक गई।डाग स्क्वाड की पड़ताल भी संदेह गहरा रही है। कुत्ता शव से गंध लेकर पड़ोसी के बाथरूम और टीन शेड तक गया और वहीं रुक गया। यह संकेत दे रहा है कि सुराग गांव के भीतर भी छिपा हो सकता है।

    गांव में चर्चा है कि हत्या कहीं और कर शव फेंका गया। पर जिस तरह से सिर अलग किया गया और शव के पास हसिया छोड़ी गई, उससे साफ है कि हत्या महज गुस्से में नहीं, बल्कि पूरी साजिश के तहत की गई।कलावती के दोनों बेटे गुजरात से लौट रहे हैं।

    फोरेंसिक टीम ने एकत्र किया नमूना

    फोरेंसिक टीम ने हसिया को कब्जे में लिया है। उस पर मिले खून और उंगलियों के निशान जांच में अहम होंगे। खोजी कुत्ता का पड़ोसी के बाथरूम और टीन शेड तक जाकर रुक गया। यह सुराग जांच को और जटिल बना रहा है।गांव में चर्चाएं हैं कि कलावती की हत्या कहीं और की गई और शव गांव के बाहर फेंका गया। कुछ लोग इसे पुरानी दुश्मनी का नतीजा बता रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि परिवार के बाहर किसी रिश्तेदारी या लेन-देन का विवाद हो सकता है।

    खेत-खलिहान सब वीरान,लोग पूछ रहे किसने ली जान

    सड़क किनारे झाड़ियों में कलावती यादव का सिरकटा शव पड़ा देख ग्रामीणों की रूह कांप उठी। जो भी शव देखने पहुंचा, आंखों से आंसू बह निकले। महिलाएं सिसकते हुए एक-दूसरे से कह रही थीं, अब अकेले बाहर मत निकलना।

    कलावती की बहू उतरा देवी बार-बार बेहोश हो रही थी। वह चीखते हुए कहती,मां जी तो बाजार गई थीं, किसी से झगड़ा भी नहीं था,फिर इतना बड़ा गुनाह किसने कर दिया?

    घर में कलावती के पोते-पोती भी हैं, जो मासूमियत से पूछ रहे थे-दादी कहां गईं? परिवार के लोग उन्हें चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन खुद भी टूटे जा रहे हैं। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि इतनी बेरहमी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी।

    एक बुजुर्ग महिला ने कहा-सिर अलग करके लाश डालना बताता है कि हत्यारों के मन में कितना जहर था।शुक्रवार को पूरे दिन गांव में खामोशी पसरी रही। शाम होने पर महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलने से डर रही थीं। खेत-खलिहान और चौपाल तक वीरान दिखे।

    यह भी पढ़ें- गोरखपुर में महिला की सिरकटी लाश मिलने से सनसनी, जांच में जुटी पुलिस

    लोग धीमी आवाज़ में सिर्फ एक ही बात कर रहे थे,कलावती को आखिर किसने मारा? मातम और खामोशी का माहौल बता रहा है कि कलावती की हत्या ने पूरे भुईधरपुर को गहरे जख्म दिए हैं।

    गगहा में युवती की हुई थी निर्मम हत्या

    चार माह पहले गगहा क्षेत्र में हाईवे पर युवती का क्षत-विक्षत शव मिला था। पहचान मिटाने के लिए उसके सिर को कूंचकर पूरी तरह से खत्म कर दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। शव किसका था,हत्या किसने की यह अभी तक रहस्य बना है।