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    Gorakhpur News: बेटी की मौत पर पिता के नहीं रुक रहे आंसू, बोले-दहेज की मांग,तानों और मारपीट से तंग आकर मां ने बच्चों संग दी जान

    दहेज की मांग तानों और मारपीट से तंग आकर एक मां ने अपने बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली। गोरखपुर के मानीराम रेलवे पुल के पास सोमवार शाम को ट्रेन के आगे कूदकर जान देने वाली पूजा (30) और उसके मासूम बच्चों अमन (07) व अनुराधा (04) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगलवार को सामने आई जिसने सबको झकझोर कर रख दिया।

    By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 12 Feb 2025 02:07 PM (IST)
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    बेटी द्वारा सुसाइड के बाद रोते बिलखते पिता (बाएं से)। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मानीराम रेलवे पुल के पास सोमवार शाम को ट्रेन के आगे कूदकर जान देने वाली पूजा (30) और उसके मासूम बच्चों अमन (07) व अनुराधा (04) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगलवार को सामने आई, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया। बेटे अमन का शव दो हिस्सों में कट चुका था, जबकि झटके से पूजा और राधा की सिर और सीने की हड्डियां टूट गई थीं।

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    बीआरडी मेडिकल कालेज के पोस्टमार्टम हाउस में जब पूजा के पिता ने अपनी बेटी और नाती-नातिन के शव देखे, तो बिलख पड़े। उनका दर्द, उनकी चीखें वहां मौजूद हर शख्स को भीतर तक हिला गईं।पुलिस ने इस मामले में पति समेत चार पर दहेज उत्पीड़न व आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है।

    पिता छट्ठू प्रसाद की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। वे बेसुध होकर अपनी बेटी के शरीर से लिपट गए और रोते हुए बोले, बेटी को ससुराल वालों ने मार डाला।अपनी नतिनी राधा के ठंडे पड़ चुके माथे को चूमते और फिर अमन के चिथड़े हो चुके शरीर को देख-देख कर फफक पड़ते। पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी भी यह दृश्य देखकर कांप उठे।

    अमन - फाइल फोटो


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    चिलुआताल थानेदार को छट्ठू प्रसाद ने बताया कि आठ साल पहले उन्होंने पूजा की शादी डोहरिया बाजार के डबलू चौहान से की थी।अपने सामर्थ्य से बढ़कर दहेज और उपहार दिए, लेकिन ससुरालवालों की मांगें खत्म नहीं हुईं। डेढ़ वर्ष पहले जब डबलू के घर वाले मकान बना रहे थे, तब उन्होंने दो लाख रुपये मांगे।मांग पूरी न होने पर पूजा को बेरहमी से मारपीट कर मायके भेज दिया गया।

    चार महीने तक वह अपने मायके में रही, फिर पंचायत के बाद उसे ससुराल भेजा गया।लेकिन वहां की प्रताड़ना खत्म नहीं हुई। पति डबलू, ससुर रामनारायण, सास बुटका देवी और देवर अमित आए दिन उसे ताने देते, पीटते और और अधिक दहेज की मांग करते।

    अनुराधा - फाइल फोटो


    सोमवार को पूजा जब बच्चों को स्कूल से लेकर घर लौटी, तो फिर से उसे अपमानित किया गया। पति डबलू से फोन पर बात की तो उसने भी गाली-गलौज की। गुस्से में सास बुटका देवी ने उसे घर से निकाल दिया। इसी अपमान और प्रताड़ना से तंग आकर पूजा ने बच्चों का हाथ पकड़ा और घर से निकल पड़ी और शाम को मानीराम रेलवे पुल पर बच्चों संग ट्रेन के आगे कूद गई।घटना के बाद पूजा के घर पर सन्नाटा पसरा है।

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    पति और ससुरालवालों पर मुकदमा दर्ज

    बांसगांव के गुआर गांव में रहने वाले छट्ठू प्रसाद ने चिलुआताल थाने में तहरीर देकर पति डबलू उर्फ रामशब्द, ससुर नारायण, सास बुटका देवी और देवर अमित पर दहेज उत्पीड़न और खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

    तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।कालेसर में महिला व उसके दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार हुआ जिसमें ससुराल व मायके पक्ष के लोग मौजूद थे।साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। - जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, एसपी उत्तरी

    पूजा - फाइल फोटो।


    हैदराबाद से घर लौट रहा है डबलू

    नारायण चौहान के चार बेटे हैं। बड़े बेटे ज्ञान चौहान दिल्ली में रहते हैं, जबकि दूसरे बेटे रामशब्द उर्फ डबलू, जो पूजा का पति था, हैदराबाद में मजदूरी करता था और घटना के बाद गोरखपुर लौट रहा है। तीसरा बेटा राम जियावन चौहान अविवाहित है और बेंगलुरु में पेंट पॉलिश का काम करता है। चौथा बेटा अमित चौहान ट्रक चालक है। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण सास बुटका देवी चौराहे पर सब्जी बेचकर घर चलाने में सहयोग करती थी।