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    देह व्यापार के धंधे की मास्टरमाइंड रेशमा खान गिरफ्तार, हुक्का बार में आने वाली लड़कियों को बनाती थी शिकार

    Updated: Tue, 11 Feb 2025 03:00 AM (IST)

    पुलिस ने एक बड़े संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लड़कियों को बहला-फुसलाकर देह व्यापार में धकेलता था। गिरोह की मास्टरमाइंड रेशमा खान को रामगढ़ताल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जो पहले इस गिरोह का शिकार बनी थी लेकिन बाद में इसमें शामिल हो गई थी। पुलिस ने रेशमा के साथ ही दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है जो इस गिरोह से जुड़े हुए थे।

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    पुलिस की गिरफ्त में रेशमा खान बाएं से दूसरी व उसकी सहयोगी। सौ. इंटरनेट मीडिया

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। भोलेपन का सौदा, भरोसे के साथ धोखा और मासूम जिंदगियों की मंडी… पुलिस ने एक ऐसे संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया था, जो लड़कियों को बहला-फुसलाकर देह व्यापार में धकेलता था।

    इस घिनौने खेल की मास्टरमाइंड रेशमा खान को रामगढ़ताल थाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। रेशमा ने पुलिस को चकमा देने के लिए अपना नाम तक बदल लिया था, लेकिन आखिरकार कानून के शिकंजे में फंस ही गई।

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    इसके अलावा हुक्का बार में काम करने वाली युवती व एक युवक भी पकड़े गए हैं जो गिरोह से जुड़े थे। तीनों को दोपहर बाद न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

    पुलिस जांच में खुली खेल की परतें

    रामगढ़ताल पुलिस जांच में सामने आया कि रेशमा खान शाहपुर के गीता वाटिका स्थित ‘जेनिस बॉटल रेस्टोरेंट’ के हुक्का बार में सक्रिय थी। वह वहां आने वाली लड़कियों पर नजर रखती, उनकी परेशानियों और कमजोरियों को समझती और फिर उन्हें जाल में फंसाने के लिए दोस्ती करती।

    रेशमा का गिरोह बेहद संगठित था। पहले लड़कियों को पार्टी के नाम पर हुक्का बार में बुलाया जाता, फिर वहां उन्हें महंगे गिफ्ट और रुपये का लालच दिया जाता। धीरे-धीरे उन्हें देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया जाता। अगर कोई लड़की मना करती, तो उसे धमकाया जाता कि उसकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर देंगे। 

    इस गिरोह के बारे में पुलिस को जानकारी दो जनवरी को हुई जब रामगढ़ताल क्षेत्र की एक किशोरी ने सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कराया। पहले पुलिस इसे एक सामान्य अपराध मान रही थी, लेकिन जब जांच गहराई तक गई, तो पूरा सच सामने आया।

    इसके बाद, 10 जनवरी को कैंपियरगंज और 13 जनवरी को देवरिया की किशोरियों ने भी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। इन मामलों की छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़कियों को हुक्का बार में ले जाकर देह व्यापार के धंधे में धकेला जाता था।

    रेशमा खान गिरोह का अहम हिस्सा कैसे बनी?

    रेशमा खान पहले इस गिरोह का शिकार बनी थी, लेकिन धीरे-धीरे वह इस काले धंधे का हिस्सा बन गई। तीन वर्ष पहले वह गिरोह के सरगना अनिरुद्ध ओझा के संपर्क में आई थी। पहले उसे मजबूर किया गया, फिर लालच देकर इस धंधे में शामिल कर लिया गया।

    अब उसका काम था नई लड़कियों को गिरोह के जाल में फंसाना। वह उन्हें पैसों और बेहतर जिंदगी के सपने दिखाकर होटल और हुक्का बार तक लाती, जहां उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें इस धंधे में धकेला जाता।

    यहां के रहने वाले हैं आरोपी

    रामगढ़ताल थाना पुलिस ने रविवार को चिलुआताल के फतेहपुर डिहवा गांव की रेशमा खान,कुसम्ही बाजार की मुस्कान और शाहपुर के शिवपुर सहबाजगंज में रहने वाले श्रेय शुक्ल को गिरफ्तार किया।

    इनमें से मुस्कान और श्रेय शुक्ला हुक्का बार में काम करते थे। इनका काम था ग्राहकों को लड़कियां उपलब्ध कराना और तय कमरों तक पहुंचाना। इसके बदले उन्हें रोजाना 700 रुपये मिलते थे।

    हुक्का बार की आड़ में देह व्यापार कराने वाले गिरोह के सरगना व सदस्यों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।जांच में जिन लोगों का नाम सामने आया है उनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। रेशमा के साथ ही तीन लोग रविवार को पकड़े गए। होटल संचालकों के विरुद्ध भी साक्ष्य मिले हैं जल्द ही उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।

    -अभिनव त्यागी, एसपी सिटी

    पुलिस से बचने के लिए बदल लिया था नाम

    गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पर्दाफाश किया कि रेशमा खान ने खुद को "मनीषा" के नाम से छिपा रखा था और पुलिस से बचने के लिए कई बार गोरखपुर से बाहर भागने की कोशिश की थी। 

    पुलिस उसे महराजगंज और प्रयागराज तक तलाशने गई, लेकिन आखिरकार वह रविवार को रामगढ़ताल इलाके से दबोच ली गई। हुक्का बार संचालक अनिरुद्ध ओझा समेत आठ आरोपी पहले से ही जेल में है।

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