Gorakhpur News: अध्यात्म की अनुभूति कराएगा पीपल के पत्ते सा बन रहा कन्वेंशन सेंटर, मल्टीप्लेक्स सिनेमा होगा आकर्षण का केंद्र
गोरखपुर में बन रहा विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से भी भव्य होगा। पीपल के पत्ते के आकार का यह सेंटर 12 एकड़ में बन रहा है। इसमें 5000 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। साथ ही होटल सिनेमाहॉल फूडकोर्ट रेस्टोरेंट और कई व्यावसायिक गतिविधियां भी संचालित होंगी। प्राधिकरण के मुताबिक 2027 तक कन्वेंशन सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ओर से रामगढ़ताल किनारे चंपा देवी पार्क की 12 एकड़ भूमि पर निर्माणाधीन विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की तरह अध्यात्म की अनुभूति कराएगा। प्रदेश के सबसे बड़े इस कन्वेंशन सेंटर की आकृति आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व वाले वृक्ष पीपल के पत्ते के जैसे होगी।
ऊपर से यह पूरी तरह से पत्ते के आकार का होगा। सामने की ओर भी ऐसी ही आकृति दिखेगी। दो माह पूर्व दिसंबर में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था। वर्तमान में पाइल का काम प्रगति पर है। प्राधिकरण के मुताबिक 2027 तक कन्वेंशन सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा।
भूमि मुद्रीकरण के आधार पर छह एकड़ में पांच हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर और बाकी छह एकड़ में भव्य होटल के साथ ही व्यावसायिक भवन विकसित किया जाएगा जिसमें पांच आडी वाला मल्टीप्लेक्स सिनेमा भी शामिल है।
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कन्वेंशन सेंटर का निर्माण करा रही मुंबई की फर्म पीकेएच वेंचर्स लिमिटेड ने फिलहाल इस व्यावसायिक भवन का नाम यूपी वर्ल्ड ट्रेड सेंटर तय किया है। जीडीए के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह के मुताबिक निर्माण कार्य की निगरानी प्राधिकरण तो कर ही रहा है, इसके लिए कंसल्टेंट फर्म भी चयनित है।
इस सेंटर में विभिन्न विभागों, संस्थाओं और जनसामान्य की ओर से बड़े समारोह आयोजन को सुविधा सम्पन्न परिवेश मिलेगा। भूमि मुद्रीकरण के आधार पर छह एकड़ जमीन पर कन्वेंशन सेंटर, दो बेसमेंट पार्किंग समेत तीन मंजिला निर्माण होगा।

बनने के बाद इसी तरह पीपल के पत्ते जैसा दिखेगा कन्वेंशन सेंटर।
बाकी छह एकड़ में भूमि पर होटल और व्यावसायिक भवन का निर्माण किया जाएगा। कन्वेंशन सेंटर एवं होटल कम व्यावसायिक भवन निर्माण से विभिन्न समारोहों में आगन्तुक विशिष्ट व्यक्यिों, अधिकारियों, पर्यटकों को एक ही स्थान पर रहने-खाने, मार्केटिंग, मनोरंजन एवं विभागीय कार्यों की सुविधा मिल सकेगी।
कन्वेंशन सेंटर की खूबियां
कन्वेंशन सेंटर में पांच हजार व्यक्तियों के बैठने की सुविधा होगी। इसमें 12 मीटिंग हाल, एक बैंक्वेट हाल, एक लाइब्रेरी, दो आडीटोरियम के साथ अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
होटल कम व्यावसायिक भवन की खूबियां
निर्माण कराने वाली चयनित फर्म भूमि मुद्रीकरण के आधार पर मिलने वाली छह एकड़ भूमि पर होटल कम व्यवसायिक भवन विकसित करेगी। इसके विभिन्न तलों पर कुल 267 दुकानें, पांच एंकर शाप, पांच आडी , 214 कार्यालय, गेम जोन, फूडकोर्ट, रेस्टोरेन्ट ,कैफे, बैंक्वेट हाल सहित 304 कमरों का होटल बनाया जाएगा जहां तीन हजार गाड़ियों की पार्किंग की भी सुविधा होगी।
वाटर पार्क वाली जगह पर बनेगा एलिट क्लब व कल्चरल हाट
चंपा देवी पार्क के दूसरे हिस्से जहां पहले वाटर पार्क हुआ करता था, वहां 12 एकड़ क्षेत्रफल के एक हिस्से में एलिट क्लब और कल्चरल हाट (सांस्कृतिक बाजार) के तहत 40 कियोस्क का निर्माण कराया जाएगा। बीच में खाली जगह रखी जाएगी ताकि वहां प्रदर्शनी आदि का आयोजन हो सके।
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यह कार्ययोजना भी कन्वेंशन सेंटर का ही हिस्सा है, जिसे मुंबई की फर्म पीकेएच वेंचर्स लिमिटेड ही बनाएगी। इसके संचालन के लिए प्राधिकरण रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) के जरिए फर्म का चयन करेगा।
विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। वर्ष 2027 तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। छह एकड़ में पांच हजार लोगों की क्षमता वाला सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त कन्वेंशन सेंटर और बाकी छह एकड़ में होटल, सिनेमाहाल, फूडकोर्ट, रेस्त्रां समेत कई व्यावसायिक गतिविधियां संचालित होंगी। - आनंद वर्द्धन, उपाध्यक्ष, जीडीए
वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से दो गुणे क्षेत्रफल में हो रहा निर्माण
गोरखपुर कन्वेंशन सेंटर भव्यता में वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से दो गुणे से भी अधिक में विकसित होगा। शिवलिंग के आकार वाला रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर 186 करोड़ की लागत से तीन एकड़ में निर्मित है। यह जापान और भारत की दोस्ती का प्रतीक है। इसमें जापानी और भारतीय वास्तु शैलियों का संगम दिखता है। सेंटर में एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है जबकि गोरखपुर कन्वेंशन सेंटर की क्षमता 5000 लोगों के बैठने की है।

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