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    Dussehra 2025: गोरक्षपीठ से आज निकलेगी भव्य शोभायात्रा, विजयरथ पर सवार रहेंगे योगी

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 09:39 AM (IST)

    गोरखनाथ मंदिर में विजयादशमी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ गुरु श्रीगोरक्षनाथ का पूजन करेंगे और शोभायात्रा की अगुवाई करेंगे। शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान में समाप्त होगी जहां श्रीराम का पूजन होगा। मंदिर में तिलकोत्सव होगा जिसमें योगी आदित्यनाथ शिष्यों को आशीर्वाद देंगे। देर शाम सहभोज का आयोजन किया जाएगा। विजयादशमी पर संतों का न्यायालय भी लगेगा जिसमें योगी आदित्यनाथ दंडाधिकारी होंगे।

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    विजयदशमी पर शोभायात्रा की अगुवाई करते हैं सीएम योगी। जागरण (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में विजयादशमी पर्व गुरुवार को परंपरागत रूप मेंं श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के वातावरण में धूमधाम मनाया जाएगा। गोरखपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ सुबह गुरु श्रीगोरक्षनाथ का विधि-विधान से विशिष्ठ पूजन करेंगे और शाम को विजयरथ पर सवार होकर पीठ की पारंपरिक शोभायात्रा की अगुवाई करेंगे। शोभायात्रा का समापन मानसरोवर रामलीला मैदान में होगा, जहां योगी प्रभु श्रीराम का पूजन व राजतिलक करेंगे।

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    सामाजिक समरसता के ताने-बाने को मजबूत करने वाली गोरक्षपीठ की विजयादशमी की विजय शोभायात्रा अनूठी होती है। परंपरागत शोभायात्रा में हर वर्ग के लोग तो शामिल होते ही हैं, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों द्वारा भी इस यात्रा स्वागत किया जाता है। अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शोभायात्रा के स्वागत के लिए गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार से थोड़ी दूरी पर फूल-माला लेकर खड़े रहते हैं।

    उनकी अगुवाई उर्दू अकादमी के पूर्व अध्यक्ष चौधरी कैफुलवरा करते हैं। यात्रा का रथ पहुंचते ही वह गोरक्षपीठाधीश्वर का स्वागत भव्य स्वागत करते हैं। विजयादशमी पर गोरक्षपीठाधीश्वर नाथपंथ की परंपरा के अनुसार विशेष परिधान में होते हैं। गुरुवार को भी शोभायात्रा का स्वरूप व कार्यक्रम परंपरागत रहेगा।

    तुरही, नगाड़े व बैंडबाजे की धुन के बीच शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी। वहां गोरक्षपीठाधीश्वर योगी देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद उनकी शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचेगी। जहां वह आर्यनगर की रामलीला के मंच पर प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे। इसके साथ ही प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण व हनुमानजी का पूजन कर आरती भी उतारी उतारेंगे।

    राजतिलक कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद रामलीला के मंच से मुख्यमंत्री योगी का संबोधन भी होगा। वह मंच से असत्य पर सत्य की विजय की परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रदेशवासियों को संदेश देंगे।

    शोभायात्रा की गोरखनाथ मंदिर वापसी के बाद मंदिर परिसर में पारंपरिक तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित हाेगा, जिसमेंं योगी अपने शिष्यों और भक्तों आशीर्वाद देंगे। देर शाम को गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत सहभोज का भी आयोजन होगा, जिसमें बड़ी संख्या में सर्वसमाज के लोग शामिल होंगे।

    विजयादशमी पर आयोजित होने विविध कार्यक्रमों की तैयारी मंदिर प्रबंधन ने बुधवार को ही कर ली। गुरुवार की सुबह से ही आयोजनों का क्रम शुरू हो जाएगा। सुबह से लेकर देर रात का मंदिर परिसर का माहौल पूरी तरह उत्सवी रहेगा।

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    संतों के न्यायालय में दंडाधिकारी होंगे योगी, होगी पात्र पूजा

    गोरक्षपीठ के लिए विजयादशमी का दिन इसलिए भी विशेष होता है क्योंकि इस दिन देर रात यहां संतों का न्यायालय लगता है। इस न्यायालय में गोरक्षपीठाधीश्वर दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं। नाथ पंथ की परंपरा के अनुसार वह संतों के विवाद का निस्तारण करते हैं।

    यह अधिकार उन्हें नाथपंथ की शीर्ष संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष के रूप में प्राप्त है। इस दौरान पात्र पूजा का आयोजन भी होता है। विवादों के निस्तारण से पूर्व संतगण पात्र देवता के रूप में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का पूजन करते हैं। पात्र देवता के सामने सुनवाई में कोई भी झूठ नहीं बोलता है। पात्र पूजा संत समाज में अनुशासन का प्रतीक है।