करंट की चपेट में आई महिला की मौत, बचाने में बेटा-बेटी झुलसे
गोरखपुर के पीपीगंज में एक महिला की करंट लगने से मौत हो गई। वह पूजा के लिए पानी भरने गई थी। बचाने में बेटी और बेटा भी झुलस गए जिनका इलाज चल रहा है। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया। प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता दी है।

संवाद सूत्र, पीपीगंज (गोरखपुर)। नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक में शुक्रवार रात उस समय परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जब पूजा के लिए पानी भरने गई 50 वर्षीय मंजू देवी करंट की चपेट में आ गईं। मां को तड़पता देख बेटी सुमन और बेटा मन्नू उन्हें बचाने पहुंचे, लेकिन दोनों भी करंट की चपेट में आकर झुलस गए।
गंभीर रूप से झुलसी मंजू देवी को मेडिकल कालेज ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बेटी को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।बेटे का पीपीगंज के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
घटना शुक्रवार रात करीब आठ बजे की है।राजेश मद्धेशिया की पत्नी मंजू देवी घर में पूजा के लिए पानी भरने गई थीं। जैसे ही उन्होंने पानी का मोटर चलाने के लिए स्विच दबाया, करंट उतर आया और वह मोटर से चिपक गईं। अचानक चीख-पुकार सुनकर बेटी सुमन और बेटा मन्नू दौड़े और मां को बचाने की कोशिश की, लेकिन दोनों भी करंट की चपेट में आ गए।
आनन-फानन में तीनों को परिजन मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने मंजू देवी को मृत घोषित कर दिया। घटना से परिवार और पूरे मोहल्ले में मातम पसर गया।परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए मंजू देवी का अंतिम संस्कार कर दिया।
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पीड़ित परिवार को मिली आर्थिक मदद
घघसरा चौकी के तिवरान गांव में शुक्रवार को करंट की चपेट में आने से 40 वर्षीय चंद्रेश और उनके 60 वर्षीय चाचा राम बेलास की मौत हो गई थी। दोनों घर तक बिजली जोड़ने के लिए पोल पर चढ़े तार को ठीक कर रहे थे, तभी हादसा हो गया।
शनिवार को एसडीएम केसरी नंदन तिवारी और सीओ गीडा अरुण कुमार एस ने मृतक परिजनों से मुलाकात कर त्वरित सहायता राशि का चेक सौंपा। अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। एसडीएम ने बिजली विभाग के अधिकारियों को तत्काल काटे गए बिजली कनेक्शन को जोड़ने का निर्देश दिया।
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