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    Gorakhpur News: नाम बदलकर नेटवर्क चला रहा था फर्जी डिग्री मामले का मास्टरमाइंड, जल्द घोषित होगा इनाम

    Updated: Fri, 18 Apr 2025 03:42 PM (IST)

    गोरखपुर के खोराबार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फर्जी डिग्री मामले का मास्टरमाइंड नाम बदलकर नेटवर्क चला रहा था। पुलिस उसपर शिकंजा कस रही है और उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है और उसे जल्द ही इनामी घोषित किया जाएगा। जांच में पता चला है कि यह नेटवर्क पूरे देश में सक्रिय था।

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    पुलिस मामले की जांच कर रही है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। खोराबार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में तैनात संविदा डाक्टर की फर्जी डिग्रियों के मामले में चल रही जांच में नया तथ्य सामने आया है। नोएडा का रहने वाला मास्टरमाइंड नाम बदलकर नेटवर्क को चला रहा था। पुलिस के शिकंजा कसने पर बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा है।जांच में पता चला है कि यह नेटवर्क पूरे देश में सक्रिय था।

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    गोरखपुर पुलिस की कई टीमें अब तक नोएडा और आस-पास के इलाकों में उसके ठिकानों पर दबिश दे चुकी हैं, लेकिन वह हर बार बच निकलता है। पुलिस अब उसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) के साथ इनामी घोषित करने की प्रक्रिया में जुटी है।

    इस जालसाजी का पर्दाफाश तब हुआ जब खोराबार पीएचसी के संविदा डा. राजेश कुमार के पास से 21 संदिग्ध मेडिकल डिग्रियां बरामद की गईं। जांच में पता चला कि गिरोह के सरगना व सदस्य बेरोजगार युवाओं को यह कहकर फंसाते थे कई यूनिवर्सिटी में उसनके संपर्क हैं और बिना परीक्षा दिए मेडिकल की डिग्री दिला सकते हैं।इसके लिए दो से सात लाख रुपये तक वसूलते थे।

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    इसके बाद नोएडा में रहने वाला मास्टरमाइंड से फर्जी डिग्री बनवाता था।पुलिस ने अब तक 10 डिग्रियों की जांच की है जिसमें 9 फर्जी पाई गई है। बाकी डिग्रियों की जांच के लिए खोराबार थाने की एक टीम को आई.के. गुजराल टेक्निकल यूनिवर्सिटी, पंजाब भेजा गया है। वहां से मिली रिपोर्ट के आधार पर अगली कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। जागरण


    जेल भेजे जा चुके हैं दो आरोपित :

    फर्जी डिग्री रैकेट में अब तक खोराबार पीएचसी के डा. राजेश कुमार और उसके साथी सुशील कुमार चौधरी (खलीलाबाद के पठान टोला निवासी) को पुलिस ने गिरफ्तार कर 24 फरवरी 2025 को जेल भेजा था।अब पूरा ध्यान मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने और बाकी पीड़ितों की पहचान पर है।

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    पुलिस को मिली है संस्थानों की डिग्रियां:

    • राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, कर्नाटक
    • ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, चुरू (राजस्थान)
    • आईएफटीएम यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद
    • जेएस विश्वविद्यालय, शिकोहाबाद
    • चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ
    • आईके गुजराल टेक्निकल यूनिवर्सिटी, पंजाब
    • उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल, लखनऊ
    • आयुष एंड हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी, छत्तीसगढ़
    • आयुर्वेदिक व यूनानी तिब्बी चिकित्सा बोर्ड

    फर्जी मेडिकल डिग्री बनाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट लिया जा चुका है।सत्यापन के लिए पंजाब भेजी गई टीम के लौटने पर स्थिति और स्पष्ट होगी।दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। - अभिनव त्यागी,एसपी सिटी

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