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    Jagran Samvadi: सांसद रविकिशन ने अश्लीलता पर जताई नाराजगी, बोले-इससे डूबी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री, नहीं मिल रहे दर्शक

    Updated: Sun, 20 Apr 2025 08:54 AM (IST)

    दैनिक जागरण के संवाद में रवि किशन ने भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अश्लीलता के कारण दर्शक भोजपुरी सिनेमा से दूर हो रहे हैं जिससे इंडस्ट्री डूब रही है। रवि किशन ने गोरखपुर में फिल्म निर्माण की संभावनाओं पर भी बात की और फिल्म सिटी बनाने की अपनी योजना बताई। अश्लीलता पर प्रतिबंध लगाने के लिए वे मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।

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    'गोरखपुर और सिनेमा ' विषय पर बोलते फिल्म अभिनेता व सांसद रवि किशन। साथ में सत्र संचालक डा. राकेश राय।-जागरण

    दुर्गेश त्रिपाठी, जागरण, गोरखपुर। भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता पर सांसद व फिल्म स्टार रविकिशन शुक्ल बहुत नाराज हैं। अश्लीलता को भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के डूबने का कारण मानने वाले रविकिशन काे यह स्वीकारने में कोई हिचक नहीं है कि भोजपुरी फिल्मों को दर्शक नहीं मिल रहे हैं। परिवार के साथ इन फिल्मों को देखा नहीं जा सकता। कहते हैं, एक समय वह भी था जब इसी गोरखपुर में मेरी तीन भोजपुरी फिल्मों की सिल्वर जुबिली मनी थी।

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    अश्लीलता परोसने वालों ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी नहीं मारी है, बल्कि कुल्हाड़ी पर कूद गए हैं। कुछ पागल कलाकार हमारी संस्कृति को बहका रहे हैं। ''''हे गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो, सइया से कर द मिलनवा हाय राम'''', 'पियर साड़ी पियर सरसों सुहाना बा दीवाना बा' जैसे भोजपुरी गाने भी प्रेम के इजहार के लिए गाए गए हैं, लेकिन अश्लीलता का नामोनिशान नहीं है।

    'गोरखपुर और सिनेमा' विषय पर दैनिक जागरण संवादी के तीसरे सत्र का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार डा. राकेश राय ने पूछा- 'जब आप गोरखपुर आए तो उस समय यहां फिल्म निर्माण की क्या संभावना थी?' जवाब में रवि किशन शुक्ल बोले, 'भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग के लिए वर्ष 2004 से ही गोरखपुर में आता रहा हूं। तब रामगढ़ झील से बदबू उठती थी, सिर्फ एक-दो होटल ठहरने के लिए थे।

    दैनिक जागरण गोरखपुर की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर होटल कोर्टयार्ड बाय मैरिएट में आयोजित समारोह में उपस्थित अतिथि। जागरण


    कहा कि वर्ष 2019 में आया तो सब कुछ बदल चुका था। चौरी चौरा, महादेव का गोरखपुर फिल्में यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि गोरखपुर में फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं हैं। फिल्म सिटी मेरा सपना है। फिल्म बंधु में पत्र जा चुका है, जमीन देखी गई है। महराज जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) से मिलकर प्रक्रिया को और तेजी पकड़ाऊंगा।'

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    संघर्षों को याद करते हुए रवि किशन कहते हैं कि लंबी यात्रा में दैनिक जागरण ने बहुत योगदान दिया। बिहार और उत्तर प्रदेश में खबरों के माध्यम से पहचान बढ़ाई। जौनपुर के कच्चे मकान से लापता लेडीज के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का आइफा अवार्ड तक के सफर के दौरान आई मुश्किलों पर कहते हैं, 'खुद को ही माचिस लगाकर जलाना पड़ा तब महादेव की कृपा से आज यह मुकाम मिला है। सिनेमा घोंटकर पीया हूं।'

    दैनिक जागरण गोरखपुर के सहायक महाप्रबंधक प्रवीण कुमार ने सांसद व अभिनेता रवि किशन शुक्ल और संचालक डा. राकेश राय का अंगवस्त्र ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।

    दैनिक जागरण गोरखपुर की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर होटल कोर्टयार्ड बाय मैरिएट में आयोजित समारोह में उपस्थित अतिथि। जागरण


    अब देश के लिए बन रही हैं फिल्में

    रवि किशन कहते हैं कि पहले की फिल्मों को इतिहास को भ्रमित किया गया। एक विशेष वर्ग को बलात्कारी, दूसरे को लुटेरा के रूप में प्रस्तुत किया जाता था। जानकारी के अभाव में हम लोग इसका आनंद लेते थे। एक ही शुक्रवार को पूरे देश की मानसिकता बदलने के लिए फिल्में पर्याप्त होती हैं। यदि हम अच्छा बताते हैं तो अच्छा होता है, लेकिन यदि गलत बताते हैं तो लोगों के जेहन में यह अंकित हो जाता है। पहले योजनाबद्ध तरीके से हमारी पीढ़ियों को बर्बाद किया जाता था, लेकिन अब फिल्में देश के लिए बन रही हैं। छावा, केसरी-दो जैसी फिल्में हकीकत दिखा रही हैं। सिनेमा में बड़ी ताकत होती है।

    एक लाख को रोजगार के लिए बुलाया था मुंबई

    फिल्में रोजगार का माध्यम हैं। रविकिशन कहते हैं कि इसी सोच के तहत मुंबई में भोजपुरी फिल्मों की इंडस्ट्री बनाने के लिए लोगों को बुलाया था। मकसद था कि कम से कम एक लाख को रोजगार मिलेगा। कुछ समय तक तो सब ठीक चला लेकिन मेरे, मनोज तिवारी और निरहुआ के यहां से जाने के साथ ही कुछ गायक आए और अश्लीलता की ऐसी चाशनी लपेटी कि सब कुछ धीरे-धीरे खत्म होता गया। अश्लीलता पर प्रतिबंध के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा हूं। जल्द ही प्रतिबंध लग जाएगा।

    फिर बौराऊंगा और बनाऊंगा भोजपुरी फिल्म

    सांसद व अभिनेता रवि किशन शुक्ल ने 'प्रीत न जाने रीति' और 'दूल्हा अइसन चाही' फिल्मों में गोरखपुर की रंगकर्मी रीता श्रीवास्तव के साथ किए गए काम को याद करते हुए कहा कि सभी को थियेटर करना चाहिए। यहां श्रोताओं व दर्शकों की कमी नहीं है। नेशनल स्कूल आफ ड्रामा की शाखा गोरखपुर में खोलने का भरोसा दिया। बोले, फिर बौराऊंगा तो भोजपुरी फिल्म बनाऊंगा।

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    बेतियाहाता के भाजपा पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी सोनू ने राजनीति, फिल्म और परिवार में समन्वय बैठाने पर सवाल किया तो लोक गायक राकेश श्रीवास्तव ने भोजपुरी में अश्लीलता खत्म करने को लेकर सवाल किया। भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने को लेकर सवाल हुआ तो रविकिशन ने सभी को जल्द ही इस पर परिणाम मिलने का भरोसा भी दिया। कहा कि गोरखपुर में फिल्मों की शूटिंग के लिए बड़े निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए अच्छे लोकेशन की वीडियो बनाकर मेल कर रहा हूं।

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