गोरखपुर में विरासत गलियारा: मकर संक्रांति बाद शुरू होगा निर्माण, 12.50 मीटर चौड़ी होगी सड़क
Gorakhpur Heritage Corridor Project गोरखपुर में विरासत गलियारा परियोजना के तहत धर्मशाला से पांडेय हाता तक की सड़क को 12.50 मीटर चौड़ा किया जाएगा। करीब 555 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस सड़क का निर्माण मकर संक्रांति के बाद शुरू होगा। भूमि अधिग्रहण और मुआवजे की फाइल को अगले सप्ताह तक शासन की मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। विरासत गलियारा परियोजना के तहत धर्मशाला से लेकर बक्शीपुर, रेती चौक, घंटाघर होते हुए पांडेय हाता तक की सड़क को चौड़ा करने का काम मकर संक्रांति बाद शुरू हो जाने की उम्मीद है। भूमि अधिग्रहण और मुआवजे की फाइल को अगले सप्ताह तक शासन की मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है।
इसी संबंध में बुधवार को विभाग के विशेष सचिव ने यहां के स्थानीय अधिकारियों की लखनऊ में बैठक भी बुलाई थी। 3.50 किमी लंबी इस सड़क को 12.50 मीटर चौड़ा किया जाएगा, जिसपर करीब 555 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
मंगलवार को विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान इस मार्ग का निर्माण कार्य शुरू होने में देरी पर मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से जवाब-तलब भी किया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक मकर संक्रांति का पर्व बीतने के बाद निर्माण कार्य शुरू कराने की तैयारी है। तब तक भूमि अधिग्रहण और मुआवजे से जुड़ी फाइल को शासन से मंजूरी भी मिल जाएगी।
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घनी आबादी होने के साथ ही बड़ी संख्या में यहां से श्रद्धालु मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर जाते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो इसलिए विभाग ने मकर संक्रांति के बाद निर्माण कार्य शुरू कराने की तैयारी की है। परियोजना के तहत सड़क के दोनों तरफ ड्रेन और डक्ट का निर्माण होगा। मार्ग के बीच में आ रहे सात पेड़ काटे जाएंगे ओर 570 विद्युत पोल हटाए जाएंगे।
पहले इस मार्ग को 16.50 मीटर चौड़ा करने की तैयारी थी लेकिन, स्थानीय लोगों, व्यापारियों के विरोध के चलते विभाग ने चौड़ाई घटाकर 12.50 मीटर करने का निर्णय किया। इससे सड़क निर्माण की जद में आने वाली दुकानों, इमारतों की संख्या काफी हो गई है।
अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों से वैश्विक पहचान बना रहा गोवि
गोरखपुर विश्वविद्यालय ने 2024 में अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों के जरिये शैक्षणिक व शोध केंद्र के रूप में अपनी वैश्विक पहचान बनाई है। विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक व शोध क्षेत्र में बढ़ावा देने के उद्देश्य से आठ विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू किया है। इसके अलावा विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए 70 देशों के भारतीय दूतावासों, उच्चायोगों को स्टडी इन इंडिया पोर्टल के माध्यम से प्रवेश विवरणिका साझा की।
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इसके तहत 12 देशों से विभिन्न कार्यक्रमों के लिए 100 आवेदन प्राप्त हुए। वर्तमान सत्र में 13 अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया है। गोवि ने अपनी वैश्विक उपस्थिति बढ़ाने के लिए बीते वर्ष में दो अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के साथ विशेषज्ञों को विभिन्न देशों के आठ विशेषज्ञों को आमंत्रित किया।
कुलपति के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास का दौरा किया और शिक्षा एवं राजनीतिक प्रथम सचिव से मुलाकात कर उच्च शिक्षा में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।
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