दस्तक-संचारी रोग नियंत्रण अभियान ने रोक दी इंसेफेलाइटिस की राह, मौतों में आई कमी
गोरखपुर में दस्तक और संचारी रोग नियंत्रण अभियान ने बीमारियों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्वच्छता और सतर्कता के प्रति जागरूकता झाड़ियों की कटाई और शुद्ध पेयजल की उपलब्धता से इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों में 99% से अधिक की कमी आई है। वर्ष में तीन बार चलाए जाने वाले इस अभियान में गांवों में सफाई फागिंग और रोगियों की खोज शामिल है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बीमारियों की रोकथाम में दस्तक व संचारी रोग नियंत्रण अभियान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अभियान के दौरान लोगों को स्वच्छता व सतर्कता के प्रति सावधान किया गया। झाड़ियों की कटाई की गई। शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया गया। इससे इंसेफेलाइटिस समेत अनेक रोगों की रोकथाम हुई है। इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों में 99 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
वर्ष में तीन बार ये दोनों अभियान चलाए जाते हैं। वर्षा के पूर्व, वर्षा के दौरान व वर्षा के बाद। इस दौरान न मात्र गांवों में झाड़ियों की कटाई, नालों की सफाई, फागिंग व हैंडपंपों की मरम्मत कराई जाती है, बल्कि घर-घर दस्तक देकर रोगियों को खोजा भी जाता है। उन्हें समुचित उपचार दिया जाता है और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है। इसके लिए स्कूलों से रैली व गांवों में प्रभातफेरी निकाली जाती।
इस अभियान से स्वयं सहायता समूहों को जोड़कर लोगों को जागरूक जाता है। साथ ही 11 सरकारी विभाग मिलकर काम करते हैं। सीएमओ डॉ. राजेश झा ने बताया कि बीमारियों की रोकथाम में दस्तक व संचारी रोग नियंत्रण अभियान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लोगों को जागरूक करने का असर यह रहा कि अनेक प्रकार की बीमारियों से लोगों का बचाव हुआ। जो रोगी मिले उन्हें तत्काल उपचार दिया गया। इससे उनकी तबीयत गंभीर नहीं होने पाई।
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