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    UP News: गोरखपुर में फर्जी स्टांप गिरोह पर गैंग्सटर एक्ट की कार्रवाई, करोड़ों के राजस्व को पहुंचा था नुकसान

    उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में फर्जी स्टांप गिरोह पर शिकंजा कसा गया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना नवाब आरजू और उसके 10 साथियों पर गैंग्सटर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। यह गिरोह करोड़ों रुपये के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहा था। गिरोह के सदस्यों के पास से फर्जी स्टांप और जाली नोट बरामद किए गए हैं।

    By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 20 Mar 2025 01:31 PM (IST)
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    एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने फर्जी स्टांप गिरोह पर की कार्रवाई। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। करोड़ों रुपये के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाले फर्जी स्टांप गिरोह पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। कैंट थानेदार ने गिरोह के सरगना नवाब आरजू और उसके 10 सहयोगियों पर गैंग्सटर एक्ट के तहत मुकदमा कराया है। आरोपितों में चार कुशीनगर, चार सिवान, दो गोरखपुर और एक देवरिया जिले का रहने वाला है। यह गिरोह फर्जी स्टांप, जाली नोट व सरकारी टिकटों की छपाई व बिक्री करता था। गिरोह के सदस्यों के कब्जे से फर्जी स्टांप और जाली नोट बरामद किए थे।

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    एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि बिहार के सिवान, मोफस्सिल नई बस्ती में रहने वाला नवाब आरजू कूटरचित भारतीय स्टांप पेपर और टिकट छापकर अपने गिरोह के साथियों की मदद से गोरखपुर समेत प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बेचता है। पिता के साथ ही गिरोह के अन्य सदस्यों को पुलिस ने पहले पकड़कर जेल भेजा था।

    एक सितंबर को एटीएस की टीम ने रेलवे स्टेशन के पास नवाब आरजू व उसके साथी सिवान के किशनपुर, चंद्रपाली के रहने वाले राजू यादव को गिरफ्तार करने के साथ ही कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। दोनों के कब्जे से 6.72 लाख रुपये के फर्जी स्टांप व 72 हजार रुपये के डाक टिकट,तीन मोबाइल फोन व क्रेटा गाड़ी मिली थी।

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    जिलाधिकारी के अनुमोदन में कैंट थाना प्रभारी ने बुधवार की सुबह नवाब आरजू के साथ ही उसके गिरोह के सदस्यों पर गैंग्सटर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया।आरोपितों की तलाश चल रही है।जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    पुलिस मामले की जांच कर रही है। जागरण


    इनके विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा 

    आरोपितों में सिवान जिले के थाना मुफ्फसिल, नई बस्ती में रहने वाला गैंग लीडर नवाब आरजू उर्फ लालू,साहेबजादे,महादेवा क्षेत्र के किशुनपुर मिश्रौली का राजू यादव,हकाम गांव की रिंकू देवी उर्फ नीलू पत्नी गणेश कुमार,कुशीनगर जिले के कसया गोला बाजार में रहने वाले ऐश मोहम्मद, पड़रौना के सिरसिया में रहने वाले रविन्द्र कुमार दीक्षित, जंगल बकुलहा में रहने वाले नन्दू उर्फ नन्दलाल प्रसाद,कसया के चिरगोडा गांव में रहने वाले गोपाल तिवारी,गोरखपुर के कोतवाली क्षेत्र स्थित दीवान बाजार में रहने वाले रामलखन जायसवाल,जगरनाथपुर में रहने वाले रविदत्त मिश्रा व देवरिया जिले के तहसील रोड पर रहने वाले संतोष गुप्ता का नाम शामिल है।

    ऐसे हुआ गिरोह का पर्दाफाश

    हुमायूपुर दक्षिणी,दुर्गाबाड़ी रोड के रहने वाले राजेश मोहन सरकार ने सहायक महानिरीक्षक निबन्धन, गोरखपुर के कार्यालय में 28 फरवरी 2023 को 53 हजार का स्टांप रिफण्ड करने के लिए आवेदन किया था। कार्यालय सहायक महानिरीक्षक निबन्धन ने 25 अप्रैल, 2023 को मुख्य कोषाधिकारी के माध्यम से 13 स्टांप का सत्यापन कराया तो पता चला कि 53 हजार के स्टांप में केवल तीन हजार के ही सही है। बाकी 10 स्टांप की प्रमाणिकता को सत्यापित करने लिए निदेशक भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक, महाराष्ट्र को जिलाधिकारी द्वारा प्रेषित किया गया।

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    भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, महाराष्ट्र द्वारा पांच दिसंबर, 2023 को पत्र भेजकर बताया गया कि सभी 10 स्टांप फर्जी है। जिसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर उपनिबंधन सदर प्रथम सुबोध कुमार राय ने कैंट थाने में राजेश मोहन सरकार पुत्र प्यारे मोहन और दीवानी कचहरी के स्टैंप विक्रेता लालजी सिंह पर मुकदमा दर्ज कराया।

    पुलिस ने जांच की जांच में दोनों लाेग निर्दोष मिले।छानबीन करने पर पता चला कि वेंडर रवि मिश्रा ने फर्जी स्टांप बेचा था।जिसे पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा। पूछताछ में जांच में मिली जानकारी को तस्दीक करने पर पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने नवाब आरजू के पिता मोहम्मद कमरूद्दीन और भांजे साहेबजादे समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अन्य आरोपित बाद में पकड़े गए।