UP में लगेगा आठ हजार करोड़ का सोलर-बायोफ्यूल प्लांट, हजारों को मिलेगा रोजगार
गोरखपुर के धुरियापार औद्योगिक गलियारे में केयान ग्रुप आठ हजार करोड़ रुपये की लागत से सोलर और बायोफ्यूल का बड़ा प्लांट लगाएगा। इस प्लांट में सोलर एनर्जी बायोफ्यूल और प्रीमियम शराब का उत्पादन होगा। गीडा द्वारा कंपनी को 150 एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी। इस परियोजना से 14000 लोगों को प्रत्यक्ष और 25000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की ओर से जिले के दक्षिणांचल में विकसित किए जा रहे धुरियापार औद्योगिक गलियारे में सोलर और बायोफ्यूल का बड़ा प्लांट लगेगा। आठ हजार करोड़ रुपये की लागत वाले इस प्लांट की स्थापना केयान ग्रुप के श्रेयस सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड की ओर से किया जाएगा।
पिछले माह ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गीडा में केयान ग्रुप के डिस्टिलरी प्लांट का लोकार्पण किया था। इस प्लांट के विस्तार के तहत ही केयान ग्रुप की श्रेयस सोलर एनर्जी कंपनी धुरियापार में यह सुपर मेगा प्रोजेक्ट लांच करने जा रही है।
कंपनी यहां सोलर एनर्जी और बायोफ्यूल के साथ ही प्रीमियम क्वालिटी की अंग्रेजी शराब, सिंगल माल्ट व्हिस्की और बीयर का भी उत्पादन करेगी। इसे लेकर केयान ग्रुप ने गीडा से 150 एकड़ जमीन की मांग की थी, जिसे गीडा की तकनीकी टीम चिन्हिन कर प्रस्तावित भी कर चुकी है। जल्द ही आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।
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ग्रुप के मुताबिक आठ हजार करोड़ रुपये के मेगा प्रोजेक्ट की डीपीआर गीडा के साथ ही शासन को भी भेज दी गई है। सोलर प्लांट से रोजाना 300 मेगावाट विद्युत सोलर एनर्जी का उत्पादन होगा, जिसे लेकर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड से अनुबंध होना है।
धुरियापार औद्योगिक गलियारे में लगेगा सोलर। जागरण
इसी तरह प्लांट में प्रतिदिन 18 लाख लीटर एथेनाल का उत्पादन होगा। जिसे एचपीसीएल, बीपीसीएल और आईओसीएल से अनुबंध के बाद आपूर्ति किया जाएगा। वहीं ग्रेन व मोलासिस से चार लाख लीटर एक्सट्रा न्यूट्रल एल्कोहल (ईएनए) का उत्पादन किया जाएगा। ईएनए 99.99 प्रतिशत शुद्ध एल्कोहल होता है, जिसमें मिश्रण कर शराब बनाई जाती है।
एशिया के साथ यूरोपीय देशों को निर्यात की जाएगी शराब
परियोजना के तहत प्लांट में पन्द्रह लाख पेटी प्रतिदिन बाटलिंग करने का लक्ष्य है। माल्ट प्लांट से 60 हजार लीटर प्रतिदिन माल्ट का उत्पादन होगा। माल्ट से विभिन्न प्रकार के विदेशी शराब का उत्पादन होगा, जिसे एशिया के साथ यूरोपीय देशों को निर्यात किया जाएगा। परियोजना में को-जेन प्लांट का भी निर्माण किया जाएगा। ब्रेवरी प्लांट से 50 हजार केसेज प्रतिदिन बीयर का उत्पादन होगा।
परियोजना के लिए ग्रेन की आपूर्ति के लिए भारतीय खाद्य निगम से बड़े पैमाने पर पहले ही अनुबंध हो चुका है। अनुबंध के तहत निगम से बड़े पैमाने पर चावल की आपूर्ति होगी। वहीं मक्का, देश के कई प्रदेशों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, उड़ीसा आदि राज्यों से रेल मार्ग से सीधे कम्पनी परिसर में पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से ही कंपनी मेगा प्रोजेक्ट की भी आधारशिला रखने जा रही है। इस प्लांट की स्थापना से गोरखपुर समेत पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के 14000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। 25000 से अधिक लोग अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार पाएंगे। यह प्लांट धुरियापार जैसे ऊसर क्षेत्र को नई पहचान देगा। -विनय सिंह, एमडी, केयान ग्रुप
रेल लाइन से जोड़ा जाएगा प्लांट
कंपनी की ओर से परिसर में रेलवे ट्रैक बिछाने की भी योजना है। इसे लेकर रेलवे प्रशासन से अनुबंध की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही टैंकरों के माध्यम से सड़क मार्ग द्वारा भी माल की आपूर्ति निर्बाध रूप से होती रहेगी। कंपनी अधिकारियों व कर्मचारियों की सहूलियत के लिए परिसर में तीन हजार आवास का निर्माण करेगी। जिसमें सभी मूलभूत सुविधाएं होंगी।
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धुरियापार औद्योगिक गलियारे का तेजी से विकास हो रहा है। सोलर और बायोफ्यूल प्लांट के मेगा प्रोजेक्ट को लेकर केयान ग्रुप की ओर से डीपीआर मिली है। ग्रुप को करीब 150 एकड़ जमीन की जरूरत है। एक माह के भीतर भूमि का आवंटन कर दिया जाएगा। -अनुज मलिक, सीईओ गीडा
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