Gazipur news : तालाब बचाने के लिए महिलाओं ने गाजीपुर में किया 20 घंटे तक जल सत्याग्रह
Jal satyagraha for pond in gazipur गाजीपुर जिले में तालाब को बचाने के लिए महिलाओं ने बीस घंटों तक जल सत्याग्रह कर तालाब बचाने के लिए विशेष आंदोलन से देश भर में चर्चा बटोर ली है। हालांकि प्रकरण चर्चा में आने के बाद जिला प्रशासन की पहल पर महिलाओं ने जल सत्याग्रह स्थगित कर दिया है।

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। महिलाओं का एक आंदोलन गुरुवार से देश भर में चर्चा में बना हुआ है। दरअसल जिले के हरिहरपुर गांव का गंदा पानी तालाब में गिराने के लिए बनाई जा रही नाली के विरोध में पुरुष और महिलाओं का जलसत्याग्रह शुरू हो गया था। हालांकि 20 घंटे बाद यह प्रदर्शन जिला पंचायत के इंजीनियर द्वारा नाली तालाब में न गिराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद महिलाएं तालाब से बाहर निकलीं।
राष्ट्रीय युवा पुरस्कार व स्वामी विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित सिद्धार्थ राय के नेतृत्व में जलसत्याग्रह गांव के तालाब पर चल रहा था। सुबह से देर रात तक महिलाएं पानी में बैठीं रहीं। महिलाओं का कहना था कि जब तक तालाब में गंदा पानी गिराने पर रोक नहीं लगेगी, तब तक वह आंदोलन जारी रखेंगी।हरिहरपुर के तालाब को बचाने के लिए जल सत्याग्रह शुरू हुआ तो गुरुवार को सुबह से शाम तक तालाब में महिलाएं खड़ी रहीं और विरोध प्रदर्शन से पुरुष भी जुड़ गए।
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हरिहरपुर के तालाब में गांव का गंदा पानी गिराने के लिए बनाई जा रही नाली के विरोध में ग्रामीणों ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार व स्वामी विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित सिद्धार्थ राय के नेतृत्व में जलसत्याग्रह शुरू किया तो देखते ही देखते देश भर में यह चर्चा में आ गया। गुरुवार को सुबह से देर रात तक महिलाएं पानी में ही बैठीं रहीं। महिलाओं ने स्पष्ट कहा कि जब तक तालाब में गंदा पानी गिराने पर रोक का आश्वासन नहीं मिलता है तब तक वह पानी में ही बैठी रहेंगी।
गांव हरिहरपुर में बड़ा तालाब है, जहां गांव की महिलाएं छठ पूजन आदि धार्मिक प्रायोजन करतीं हैं। जिला पंचायत से गांव के पानी निकासी के लिए नाली का निर्माण कराया जा रहा है। नाली का गंदा पानी तालाब में गिराने की तैयारी चल रही है। इसका विरोध करते हुए ग्रामीणों ने समाजसेवी सिद्धार्थ राय के नेतृत्व में आंदोलन शुरू किया है। कई दिन महिलाओं ने अलग-अलग तरीके से आंदोलन किया।
गुरुवार को पुरुष व महिलाएं तालाब में खड़े हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सुबह से लेकर देर रात तक वह तालाब में ही खड़ीं रही। कहा कि वह किसी भी हाल में तालाब में गांव का गंदा पानी नहीं गिरने देंगीं। समाजसेवी सिद्धार्थ राय का कहना है कि वह किसी भी हाल में तालाब के जल को गंदा नहीं होने देंगे। देर रात तक आंदोलन जारी रहा। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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