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    गाजीपुर में गंगा में कूदीं दो बहनें: एक की मौत, दूसरी लड़की को गोद में उठाकर भागे दारोगा तो बची जान

    Updated: Fri, 02 May 2025 07:40 PM (IST)

    गाजीपुर में रामकरन सेतु से दो चचेरी बहनों ने गंगा में छलांग लगा दी जिसमें एक की मौत हो गई। चंदौली जिले की रहने वाली ये लड़कियां कॉलेज जाने के लिए निकल ...और पढ़ें

    रामकरन सेतु से चचेरी बहनों ने गंगा में लगाई छलांग, एक की मौत। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, गाजीपुर। रामकरन सेतु से गुरुवार की दोपहर आत्महत्या की नियत से चचेरी बहनों ने गंगा में छलांग लगा दी। घाट पर खड़े नाविकों की नजर पड़ी तो आनन-फानन में उन्होंने नाव से पहुंचकर एक को बचा लिया, जबकि दूसरी की मौत हो गई। सूचना पर स्वजन बिलखते हुए पहुंचे, लेकिन वह घटना का कारण नहीं बता पा रहे हैं।

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    चंदौली जिले के बलुवा थाना के मोलना गांव निवासिनी रमेश यादव की 19 वर्षीय पुत्री सोनी यादव एवं उसकी 20 वर्षीय चचेरी बहन चंचल यादव घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थीं। सोनी चहनियां स्थित मां खंडवारी कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी, जबकि चंचल पढ़ाई छोड़ चुकी है।

    दोनों बहनों ने लगा दी छलांग

    स्कूल ड्रेस में सोनी निकली तो उसके साथ चंचल भी निकल गई। कॉलेज न जाकर दोनों न जाने क्यों नगर से चंदौली को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बने रामकरन सेतु पर पहुंचीं और गंगा में छलांग लगा दी। नदी में आवाज सुनकर घाट किनारे खड़े नाविक वहां पहुंचे और पहले चंचल को बाहर निकाला और घाट किनारे पहुंचाया।

    चौकी इंचार्ज चंचल को गोद में लेकर भागे।

    इलाज के बाद चंचल को घर ले गए परिजन

    इस बीच सीओ अनिल कुमार, कोतवाल योगेंद्र सिंह, कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय फोर्स के साथ पहुंच गए। सभी सोनी यादव की तलाश में जुट गए। सोनी का शव करीब एक घंटे बाद बरामद हुआ। दोनों के स्वजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां सोनी की मौत का पता चलने पर उसकी मां रेनू देवी एवं भाई रोहित का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इलाज के बाद चंचल को लेकर लोग घर ले गए। कोतवाल योगेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों ने ऐसा क्यों किया, घरवाले स्पष्ट बता नहीं रहे हैं।

    चौकी इंचार्ज के तत्परता से बची चंचल की जान

    नाविकों ने चंचल को मृत समझकर घाट किनारे पहुंचा दिया। चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय ने पहुंचकर नब्ज टटोला तो चंचल जिंदा थी। उन्होंने उसे गोद में उठाया और गाड़ी में लादकर सीएचसी के लिए निकल गए। बीच में रेलवे क्रॉसिंग बंद देख उन्होंने पुन: उसे गाड़ी से निकाला और रेलवे क्रॉसिंग के उत्तरी तरफ मौजूद पुलिसकर्मियों के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। चौकी इंचार्ज की तत्परता से चंचल की जान बच गई। उनके प्रयास की सभी सराहना कर रहे थे।

    प्रेम-प्रसंग हो सकता है घटना का कारण

    दोनों युवतियों के गंगा में छलांग लगाने के पीछे लोग दबी जुबान से प्रेम-प्रसंग काे कारण मान रहे हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन घटना का पता चलने के बाद मोलनापुर से आए ग्रामीणों ने बताया कि घरवालों ने सोनी को काफी समझाया था। इधर उसके भाई ने बताया कि वह कॉलेज जाने के लिए घर से निकली थी, यहां आकर क्यों ऐसा किया, समझ से परे है।

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