युवती समेत तीन मजदूरों की मौत
जागरण संवाददाता साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-चार स्थित पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) ि
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : औद्योगिक क्षेत्र साइट-चार स्थित पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) किट बनाने वाली आइफर सर्जीमेड फैक्ट्री में लगी आग के दौरान झुलसी युवती ट्विंकल सहित तीन मजदूरों ने सोमवार रात दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने तीनों शवों को स्वजन को सौंप दिया। स्वजन शवों को लेकर पैतृक गांव चले गए। मृतकों में दो मजदूर चचेरे भाई थे।
नहीं मिला उपचार : आग से झुलसे मोहित (निवासी रेउसा सीतापुर) का वैशाली के मैक्स अस्पताल में उपचार चल रहा था। सोमवार रात दो बजे उनकी मौत हो गई। उनके बड़े भाई रोहित ने आरोप लगाया कि उचित उपचार न मिलने से मोहित की मौत हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैक्स अस्पताल में आग से झुलसे रोगियों के उपचार का उचित प्रबंध नहीं है। वह अन्य अस्पतालों में उपचार कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से मांग करते रहे, पर सुनवाई नहीं हुई। इलाज के अभाव में उनके भाई की जान चली गई। उन्होंने बताया कि उनके चचेरे भाई विश्वनाथ का डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में उपचार चल रहा था। सोमवार रात उनकी भी मौत हो गई।
नहीं मिली मदद : करीब 85 फीसद झुलसी ट्विंकल ने भी सोमवार रात दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद स्वजन उनके शव को पैतृक गांव जहांनगर, एटा ले गए। ट्विंकल यहां करीब तीन साल से नौकरी कर रही थी। वह दो भाई और तीन बहनों में सबसे छोटी थी। उसके स्वजन ने बताया कि अब तक कोई मदद नहीं मिली है।
विवेक की स्थिति गंभीर : आग से झुलसे जावेद, विवेक, शकीबुल, सुशील, सद्दाम, सैफुल, राशिद अली (निवासीगण महाराजपुर), अरविद तिवारी (निवासी गाजीपुर, दिल्ली) का सफदरजंग अस्पताल दिल्ली में भर्ती हैं। विवेक की स्थिति ज्यादा गंभीर बनी हुई है। अन्य की स्थिति स्थिर है।
यह है मामला : 11 मार्च की रात करीब नौ बजे फैक्ट्री में केमिकल विस्फोट होने से धमाके के साथ भीषण आग लग गई थी। उसमें फैक्ट्री मालिक कुणाल बहल सहित 14 मजदूर झुलस गए थे। कुणाल की 12 मार्च को उपचार के दौरान मौत हो गई थी। दो मजदूरों विवेक अहलावत और शिबी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई थी। फैक्ट्री में आग से बचाव के इंतजाम सही नहीं थे। अब तक मालिक सहित कुल चार मजदूरों की मौत हो चुकी है।