Lok Sabha Election 2024: राउरकेला और सुंदरगढ़ में दिग्गजों में कांटे की टक्कर
सुंदरगढ़ लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक विकास राउरकेला शहर और उसके आसपास दिखता है लेकिन जिला मुख्यालय सुंदरगढ़ इस विकास में पिछड़ा है। वहीं राउरकेला के विकास में राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) की भी प्रमुख भूमिका रही है। देश की स्मार्ट सिटी में राउरकेला भी सूचीबद्ध है उस अनुरूप विकास भी दिख रहा है यह ऐसे शहरों में है जहां नियोजित विकास पूर्व से ही हो रहा था।

उत्तम नाथ पाठक, सुंदरगढ़। देश को राउरकेला स्टील प्लांट के लोहे से फौलादी मजबूती देने के साथ पूरे भारत में हाकी की नर्सरी के नाम से प्रसिद्ध ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में इस बार लोकसभा और विधानसभा चुनाव कई मामले में अहम हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सीटों हिंजली व कांटाबाजी के बाद सुंदरगढ़ लोकसभा और राउरकेला विधानसभा सीट भी राज्य की चर्चित सीटों में शामिल है। राष्ट्रीय स्तर पर पहचान रखने वाले राज्य के चार प्रमुख नेता इस जिले की लोकसभा व विधानसभा की सीटों पर ताल ठोक रहे हैं। सुंदरगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम तथा भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान व हाकी इंडिया के अध्यक्ष रहे पद़मश्री दिलीप तिर्की बीजद की ओर से मैदान में हैं। इसी तरह राउऱकेला विधानसभा सीट पर राज्य की बीजद सरकार के मंत्री शारदा नायक तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी दिलीप राय आमने-सामने हैं। भाजपा और बीजद दोनों ही खेमों में क्षेत्र के विकास का श्रेय लेने की होड़ है।
सुंदरगढ़ लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक विकास राउरकेला शहर और उसके आसपास दिखता है, लेकिन जिला मुख्यालय सुंदरगढ़ इस विकास में पिछड़ा है। वहीं राउरकेला के विकास में राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) की भी प्रमुख भूमिका रही है। देश की स्मार्ट सिटी में राउरकेला भी सूचीबद्ध है, उस अनुरूप विकास भी दिख रहा है, यह ऐसे शहरों में है जहां नियोजित विकास पूर्व से ही हो रहा था, वजह थी राउरकेला स्टील प्लांट के कारण उसकी कालोनियों व सड़कों का विकास। इधर हाल के कुछ वर्षों में नवीन पटनायक सरकार ने राउरकेला के विकास पर फोकस बढ़ाया है, हाकी विश्वकप की मेजबानी कर यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम के निर्माण के साथ सड़कों के चौड़ीकरण पार्क, स्ट्रीट लाइट समेत पूरी ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ की गई।
शहरी क्षेत्र के लोगों को महानगरीय सुविधाएं सुलभ हैं। शहर में प्रवेश करते ही नियोजित विकास दिखता है। शहर में कई फ्लाइओवर का निर्माण हुआ है, जो विकास की राह बता रहे हैं, सड़कों पर पटनायक सरकार की चमचमाती `मो बस सेवा` की वातानुकूलित बस व लक्ष्मी बस हर कुछ मिनट पर उपलब्ध है। जो शहर से गांवों को जोड़ने में अहम भूमिका निभा रही है। काफी कम किराये में वातानुकूलित बस सेवा यहां प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है, जिसकी लोग खुलकर तारीफ भी कर रहे हैं। जो शहर से गांव की बेहतर कनेक्टिविटी काे बयां कर जा रहा है। राउरकेला एयरपोर्ट से अब विमानों का परिचालन भी शुरू हो गया है। पहले लोगों को झारसुगुड़ा जाना पड़ता था, लेकिन विश्व कप हाकी के आयोजन से पूर्व यह एयरपोर्ट पूरी तरह चालू हो गया और अब तो यहां नाइट लैंडिंग की व्यवस्था भी है। समृद्ध व संपन्न राउरकेला शहर के लिए यह सौगात उच्च वर्ग को सुकून दे रही है। राउरकेला के विकास को रोल माडल की तरह बीजद प्रसारित भी कर रहा है।
राउरकेला में शहर घूमने के दौरान मेन रोड पर सामने से नवीन पटनायक के प्रमुख सिपहसलार वीके पांडियन का रोड शो दिखा। पांडियन अपनी बस में विशेष प्रोटोकाल के तहत अकेले हैं। उनके पीछे की गाड़ी में सांसद उम्मीदवार हाकी स्टार दिलीप तिर्की व श्रम मंत्री रहे शारदा नायक लोगों का अभिवादन करते हुए चल रहे हैं। सड़क के दोनों ओर महिलाएं, पुरुष व बच्चे बड़ी संख्या में हाथों में तख्तियां,चुनाव चिह्न शंख के साथ बैनर व पोस्टर लिए खड़े हैं। नवीन पटनायक व वीके पांडियन की फोटो के साथ तख्तियों पर एक तरफ 2000 के राउरकेला की तस्वीर है तो दूसरी तस्वीर 2024 के राउरकेला की है। अभिप्राय स्पष्ट है पिछले 24 साल से नवीन पटनायक की सरकार यहां है, इसी क्रम में विकास हुआ है। पांडियन भी रोड शो के दौरान आधे से एक किमी के अंतराल पर अपना संबोधन करते हैं, इसमें भाजपा के खिलाफ या अन्य विपक्षी पार्टियों के खिलाफ कोई बात न कहकर ओडिशा के पिछले ढाई दशक में हुए विकास की बात कहते हैं और नवीन पटनायक के हाथ को मजबूत करने की बात कह भीड़ से नारा लगा उसे पुष्ट कराते हैं, काफी तेज आवाज में जयघोष होता है। बीजद के चुनाव चिह्न शंख की ध्वनि पूरे वातावरण में गूंजती है। इससे आसपास के लोगों में जोश भर जाता है और फिर पांडियन का कारवां आगे बढ़ जाता है।
वहीं ओडिशा में लोकसभा व विधानसभा चुनावों से लगातार अपना प्रदर्शन सुधार रही भाजपा इस बार वहां सरकार बनाने के लिए जोर लगा रही है। भाजपा के तमाम बड़े नेता इसे लेकर पूरे आत्मविश्वास में नजर आ रहे हैं। भाजपा के उम्मीदवार व पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम भी मोदी सरकार की उपलब्धियां गिना कर वोट मांग रहे हैं। इसके साथ ही वह बीजू जनता दल द्वारा 25 वर्षों से विकास के नाम पर लोगों से छल करने की भी बात कहते हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र के सशक्त होने के साथ ही भाजपा द्वारा ओडिशा की बेटी को राष्ट्रपति बनाने तथा भाजपा के पास विकास का विजन होने की बात ओराम कहते हैं। यहां लोकसभा और विधानसभा की दोनों ही सीटों पर मुकाबला कांटे का दिख रहा है।
भुइयां व ईसाई मतों का प्रभाव
जनजातीय बहुल सुंदरगढ़ सीट पर ईसाई व भुइयां आदिवासी वोट निर्णायक माने जाते हैं। झारखंड की सिमडेगा सीमा से सटा यह पूरा क्षेत्र है। सिमडेगा में मतांतरण के कारण 50 प्रतिशत से अधिक ईसाई आबादी हो चुकी है। यही हाल ओडिशा के सीमावर्ती सुंदरगढ़ जिले का है। यहां भी बड़े पैमाने पर आदिवासी मातांतरित होकर ईसाई धर्म अपना चुके हैं। ढाई लाख से अधिक भुइयां वोट एवं तीन लाख से अधिक ईसाई वोट पर सबकी नजर टिकी हैं। चुनावी हवा एवं इनका रुख परिणाम को काफी हद तक बदल सकता है। भाजपा प्रत्याशी जुएल ओराम की नजर हिंदू वोटरों पर भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव एवं आयोध्या की हवा का लाभ उन्हें मिल सकता है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा प्रभु जगन्नाथ के रत्न भंडार को खोल कर इसका हिसाब करने का वादा ओडिशा वासियों से किया गया है। संपत्ति में हेराफेरी की आशंका जताने पर यह चुनावी मुद्दा बन गया है। सुंदरगढ़ में भी यह चर्चा का विषय है।
बीजद प्रत्याशी पद्मश्री दिलीप तिर्की की पहचान एक हाकी खिलाड़ी के रूप में है। वे हाकी इंडिया के अध्यक्ष रहे हैं औरउनके समय में ही राउरकेला में विश्वस्तरीय बिरसा मुंडा हाकी स्टेडियम का निर्माण हुआ। इसका श्रेय भी उन्हें जाता है। दिलीप तिर्की ओराम समुदाय के हैं एवं आरसी चर्च से जुड़े हैं। इससे ईसाई वोट भी उनके पक्ष में जा सकता है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक तथा नौकरशाह से बीजद नेता बने वीके पांडियन उनके पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी जनार्दन देहुरी भुइयां समुदाय के हैं। सुंदरगढ़ में करीब ढाई लाख भुइयां आदिवासी मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। सुंदरगढ़ लोकसभा सीट से सात बार भुइयां एवं चार बार ईसाई प्रत्याशी की जीत हुई है। जुएल के पक्ष में ईसाई वोट को करने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री जान वार्ला प्रचार कर चुके हैं। चर्च के प्रतिनिधि व बिशप को साथ लेकर भी बैठकें की जा रही हैं। हिंदू, ईसाई एवं भुइयां वोटरों का रुख चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकता है।
हॉकी की नर्सरी
जिले ने देश को कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय हाॅकी खिलाड़ी भी दिए हैं। हाॅकी के विकास और इसके प्रति लोगों के बीच रूचि बढ़ाने के लिए जिला के 14 प्रखंड में एस्ट्रोटर्फ लगाया गया है। राउरकेला शहर में 260 करोड़ रुपये की लागत से विश्व का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम भी बनाया गया।
सुंदरगढ़़ लोकसभा में 15.74 लाख मतदाता, 51 फीसद आदिवासी मत
सात में तीन विस में भाजपा, दो पर बीजद का कब्जा
लगभग 15.74 लाख मतदाताओं वाला सुंदरगढ़ लोक सभा सीट। आदिवासियों के लिए यह संसदीय सीट आरक्षित है। यहां आदिवासियों की संख्या 51 प्रतिशत है। इस लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा सुंदरगढ़, तलसरा, राजगांगपुर,राउरकेला, रघुनाथपाली, बीरमित्रपुर व बणई है। इनमें सुंदरगढ़, तलसरा व बीरमित्रपुर विस सीट पर भाजपा, राउरकेला व रघुनाथपाली विस सीट पर बीजू जनता दल ,राजगांगपुर विस सीट पर कांग्रेस तथा बणई विस सीट पर माकपा का कब्जा है। जबकि सुंदरगढ़ संसदीय सीट पर भाजपा का कब्जा है।
दोनों ओर से विकास के दावे
सुंदरगढ़ लोकसभा में भाजपा के उम्मीदवार जुएल ओराम यहां पिछले दो बार से सांसद हैं। विकास कार्यों का श्रेय लेते हुए आगे और विकास की बात कहते हैं। उनका कहना है कि सुंदरगढ़ क्षेत्र में जितना भी विकास हुआ है, वो उनके प्रयास का फलाफल है। जो काम रह गए हैं उसे भी पूरा करवाएंगे।
उधर, बीजद से सांसद उम्मीदवार पूर्व हाकी स्टार दिलीप तिर्की को नवीन पटनायक के विकास पर भरोसा है। वह पूरे सुंदरगढ़ व राउकेला क्षेत्र में विकास के लिए नवीन पटनायक को श्रेय देते हैं। मौजूदा सांसद जुएल ओराम को वाे लोगों से कटा हुआ कहते हैं। उनका कहना है कि आेडिशा का जहां भी विकास दिख रहा है वह सिर्फ पटनायक सरकार का विकास है।
वहीं राउरकेला विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय मोदी की गारंटी पर जनता का भरोसा होने की बात कहते हैं। वह अपने कार्यकाल में किए गए कार्यों का जिक्र करते हैं, जिसमें राउरकेला को स्मार्ट सिटी में शामिल करवाना , एयरपोर्ट के लिए फ्यूल सेंटर की स्थापना, ब्राह्मणी ब्रिज बनवाने से लेकर सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल की नींव रखने जैसी उपलब्धियां गिनाते हैं। स्टील प्लांट का 8500 करोड़ का ऋण माफी कराने का श्रेय भी खुद ले रहे हैं। लोगों से वादा कर रहे हैं कि वार्डों की सभी समस्याओं का समाधान होगा, निगम चुनाव भी जल्द करवाने का प्रयास करेंगे।
उधर, बीजद सरकार में वर्तमान में श्रम मंत्री रहे शारदा नायक कहते हैं कि विकास क्या होता है, यह नवीन पटनायक की सरकार ने कर के दिखाया। मेरे अभी के पांच साल के कार्यकाल में कई विकास हुए हैं, चाहे पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सड़कों व फ्लाइओवर का जाल बिछाना हो या ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिक सुविधाओं की बात हो। पिछला रिकार्ड उलटा कर देखा जा सकता है। पिछले पांच साल में राउरकेला का स्वरूप कितना बदला है, शहर से महानगर जैसी सुविधाएं मेरे कार्यकाल में मिलनी शुरू हुई है। विकास का यह काम नवीन पटनायक के नेतृत्व में आगे भी जारी रहेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।