राजू की कहानी का पर्दाफाश! यूट्यूब के एक कमेंट ने खोला राज, 8 परिवारों का बन चुका है बेटा
राजू प्रकरण में इंटरनेट मीडिया ने पुलिस की जांच में अहम भूमिका निभाई। पुलिस ने राजू के सोशल मीडिया अकाउंट और यूजर्स के कमेंट्स का विश्लेषण किया जिससे उसकी असली पहचान का पता लगाने में मदद मिली। राजू ने कई परिवारों में बेटे बनकर रहने की बात कबूली है। पुलिस अब उसके द्वारा बताए गए सच की पुष्टि कर रही है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। Raju Case Update: इंटरनेट मीडिया की दुनिया बहुत बड़ी होती है, इसका उदहारण राजू प्रकरण में देखने को मिला। प्रारंभ में राजू ने पुलिस को सच नहीं बताया। ऐसे में पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर राजू के संबंध यूजर द्वारा किए गए तरह-तरह के कमेंटों का संज्ञान लिया।
सूत्रों मुताबिक कमेंटों के जरिये ही पुलिस राजू से सच उगलवाने में सफल हुई। हालांकि अभी उसके द्वारा बताए गए सच की अधिकारिक तस्दीक करनी बाकी रह गई है। पुलिस रविवार से राजू से पूछताछ कर रही है। शुरूआत में वह पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा।
पुलिस ने कराया डीएनए टेस्ट
पुलिस को यह भी संशय था कि राजू शहीद नगर के तुलेराम का बेटा हो भी सकता है। जिस वजह से पुलिस ने उसका डीएनए टेस्ट कराया। टीएनए टेस्ट से केवल इतना पता चल सकता है कि यह तुलेराम का बेटा है या नहीं लेकिन पुलिस को राजू की तह तक जाना था।
जब राजू (raju real story) ने सच नहीं बताया तो पुलिस ने इंटरनेट मीडिया के जरिये उसकी सच्चाई का पता लगाना शुरू किया। राजू की कहानी फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म प्रसारित हो रही है। लोग वीडियो पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।
राजू ने बताया उसका असली नाम इंद्रराज
पुलिस (ghaziabad police) कमेंटों को खंगालने में जुट गई। कई लोगों ने कमेंट कर दावा किया कि राजू ने कई अन्य परिवारों में बेटा बनकर रहा है। ऐसे में पुलिस ने कमेंट करने वालों से सहयोग लिया। यूजर ने कमेंट कर यह भी दावा किया गया कि वह श्री गंगानगर का रहने वाला है।
इसके बाद पुलिस (sahibabad police) ने उसके परिवार से बात की। इसके बाद पुलिस ने परिवार के व्यक्ति का नाम लेकर राजू से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी। राजू ने बताया कि उसका असली नाम इंद्रराज है।
उसके परिवार में माता-पिता, एक भाई व दो बहनें हैं। पिता का नाम चुन्नीलाल है। वर्ष 2011 में चुन्नीलाल ने उसे घर से निकाल दिया था।घर से निकलने के बाद उसने अपना नाम राजू रख लिया था। इसके बाद वह आठ परिवारों में बेटा बनकर रहा। इंटरनेट मीडिया पर राजू के संबंध में किए गए कमेंट पर पुलिस नजर रख रही है। जो तथ्य सामने आए हैं पुलिस उनकी तस्दीक कर रही है। शनिवार तक पुलिस राजू की कहानी का पर्दाफाश कर सकती है।
निमिष पाटील, पुलिस उपायुक्त, ट्रांस हिंडन।
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