गाजियाबाद में अनोखी पहल: एक दिन के लिए डीआईओएस बनी छात्रा कशिश, संभाला पूरा प्रशासनिक काम
गाजियाबाद में मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तहत जिलाधिकारी के निर्देश पर स्कूलों में छात्राओं को एक दिन के लिए प्रधानाचार्य और शिक्षक बनाया गया। इस पहल का उद्देश्य छात्राओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का विकास करना है। जिले के परिषदीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों समेत प्राइवेट विद्यालयों में भी यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें छात्राओं ने पूरे दिन विद्यालय की जिम्मेदारी संभाली।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के प्रति जागरूकता के लिए नवरात्र में मिशन शक्ति अभियान 5.0 चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ के निर्देश पर शुक्रवार को शहर भर के स्कूलों में छात्राओं को एक दिन के लिए प्रधानाचार्य एवं शिक्षक बनाया गया। मिशन के अंतर्गत 30 सितंबर तक नियमित विभिन्न प्रतियोगिताएं एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
नेतृत्व क्षमता का विकास
बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव ने बताया कि जिले के सभी 446 परिषदीय विद्यालयों, 23 सहायता प्राप्त विद्यालयों एवं चार कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राओं ने पूरे दिन विद्यालय की जिम्मेदारी संभाली और अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। सुबह प्रार्थना से लेकर उपस्थिति दर्ज करने, पठन-पाठन कराने, खेल गतिविधियां संचालित करने तक सभी कार्य स्वयं किए। इस पहल का उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का विकास कराना था।
प्रधानाचार्य एवं शिक्षक बनाया
इस अवसर पर निपुण आंकलन भी कराया गया। कक्षा एक से आठ तक के 1,241 प्राइवेट विद्यालयों में भी यह कार्यक्रम संचालित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय महिला अधिकारियों को भी विभिन्न विद्यालयों में निरीक्षण के लिए भेजा। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि सभी सीबीएसई, आइसीएसई एवं यूपी बोर्ड के माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं को एक दिन के लिए प्रधानाचार्य एवं शिक्षक बनाया गया।
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स्कूल संचालन की जिम्मेदारी उठाई
इसमें सीबीएसई, आइसीएसई के 190 विद्यालयों के विद्यार्थियों ने व यूपी बोर्ड के 236 विद्यालयों के कुल 42,305 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिसमें कक्षा 9 से 12 के कुल 1,641 कक्षाओं को छात्राओं ने पढ़ाया। प्रधानाचार्या व शिक्षिका बनी छात्राओं ने विद्यालयों में अपने विचार रखे और एक दिन स्कूल संचालन की जिम्मेदारी उठाई।
एक दिन के लिए डीआईओएस बनीं कशिश
राजकीय इंटर काॅलेज नंदग्राम में कक्षा 11 की छात्रा कशिश ने एक दिन के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक की जिम्मेदारी संभाली। घूकना की रहने वाली कशिश ने डीआइओएस की कुर्सी पर बैठकर जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार शर्मा विभागीय कार्यप्रणाली की जानकारी ली। इसके बाद छात्रा से कार्यालय के पूरे स्टाफ के साथ बैठक की।
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