गाजियाबाद में पिता को फोन कर बेटे को दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार बताया, रिश्वत के नाम पर लूट ली गाढ़ी कमाई
गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को बेटे को दुष्कर्म के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी देकर 30 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित को व्हाट्सएप पर पुलिस अधिकारी बनकर कॉल आई और बेटे को बचाने के लिए पैसे ट्रांसफर करने को कहा गया। घर पहुंचने पर बेटे को सही सलामत देखकर ठगी का पता चला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। खोड़ा थाना क्षेत्र के सरस्वती विहार में साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को फोन कर उनके बेटे को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार बताकर 30 हजार रुपये ठग लिए। आरोपितों ने पीड़ित से बेटे को राहत देने के नाम पर 30 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। बेटे के सामने आने के बाद उन्हें ठगी का पता चला और उन्होंने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दुष्कर्म के आरोपित का सहयोगी बताया
सरस्वती विहार रहने वाले गणेश प्रसाद का कहना है कि उनके पास तीन अगस्त की सुबह वाट्सएप पर एक काल आई। वाट्सएप की डीपी पर एक पुलिसकर्मी की फोटो लगी हुई थी। काल उठाने पर आरोपित ने खुद को पुलिस का अधिकारी बताया और आरोपित ने उन्हें डराते हुए उनके बेटे को एक दुष्कर्म के आरोपित का सहयोगी बताया।
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बच्चे के रोने की आवाज भी सुनाई
आरोपित ने कहा कि उनका बेटा दुष्कर्म के आरोपित को बाइक पर बैठाकर ले जा रहा था, इसलिए दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित ने उन्हें एक बच्चे के रोने की आवाज भी सुनाई। वह घबरा गए और आरोपित के कहे अनुसार बेटे की मदद के लिए उन्होंने 30 हजार रुपये आरोपित द्वारा बताए गए नंबर पर ट्रांसफर कर दिए।
घर पर बेटे को देख हो गए हैरान
उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद जब वह घर पहुंचे और बेटे को सामने देखा तो ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की। एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। नंबर के आधार पर आरोपित की तलाश की जा रही है। फिलहाल, आरोपित का नंबर बंद आ रहा है।
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