Ghaziabad Pollution: देश में सातवां सबसे प्रदूषित शहर बना गाजियाबाद, इंदिरापुरम का AQI 'गंभीर श्रेणी' में
देश में सातवां सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद हो गया है। वहीं इंदिरापुरम की हवा गंभीर श्रेणी तक पहुंच गई है। साहिबाबाद की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। शनिवार को जिला देश में सातवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए ग्रेप 3 के लागू होने के बाद भी लोगों को साफ हवा नहीं मिल सकी है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। जिले की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। शनिवार को जिला देश में सातवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, एक्यूआइ 310 दर्ज किया गया। इंदिरापुरम का एक्यूआइ सुबह आठ बजे 419 तक पहुंच गया। दोपहर चार बजे एक्यूआइ में गिरावट के साथ 395 दर्ज किया गया।
जिले में 15 अक्टूबर को ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू होने के बाद से ही लोगों को साफ हवा नहीं मिल सकी है। जबकि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए ही ग्रेप लागू किया गया था। इसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों पर रोक लगाई गई थी। इसकी जिम्मेदारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जीडीए, नगर निगम समेत तमात अधिकारियों को दी गई है। इसके बाद भी प्रदूषण में गिरावट नहीं आई थी। ग्रेप तो लागू हुआ, लेकिन अधिकारी नियमों का पालन नहीं करा पाए।
अवैध फैक्ट्रियों का संचालन प्रदूषण का सबसे बड़ा कारक है। यही कारण है कि अब हवा फिर से जहरीली हो गई है। लोगों का कहना है कि विभागों को नाकामी से साफ हवा नहीं मिल पा रही है। अगर योजना बनाकर जमीनी स्तर कार्य किया जाता तो प्रदूषण पर रोक लग सकती है।
नाक के नीचे ही प्रदूषण नहीं रोक पा रहे अधिकारी
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय वसुंधरा सेक्टर 16 में है। इसके बाद भी अधिकारी वसुंधरा में भी प्रदूषण नहीं रोक पा रहे हैं। यहां का एक्यूआइ 363 बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। लोगों का कहना है कि अधिकारी जब अपनी नाक के नीचे ही प्रदूषण नहीं रोक पा रहे हैं तो अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण की रोकथाम कैसे करेंगे।
देश में सबसे प्रदूषित शहरों की स्थिति
बर्नीहाट | 379 |
दिल्ली | 378 |
नोएडा | 365 |
बद्दी | 355 |
राजगीर | 325 |
तालचेर | 315 |
गाजियाबाद | 310 |
एक्यूआइ की स्थिति
क्षेत्र | सीपीसीबी | आइक्यू एयर |
गाजियाबाद | 310 | 261 |
इंदिरापुरम | 395 | 284 |
लोनी | 268 | 200 |
संजय नगर | 216 | 211 |
वसुंधरा | 363 | 239 |
ग्रेप के नियमों का पालन कराने के लिए संबंधित विभागों के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। जो भी नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है उस पर जुर्माने की कार्रवाई की जाती है। -विकास मिश्र, क्षेत्रीय अधिकारी, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
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