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मोदीनगर को छोड़ छुक-छुक करती निकली रेल

जागरण संवाददाता गाजियाबाद कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को दोपहर 12 बजे से शाम चार

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 08:02 PM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 08:02 PM (IST)
मोदीनगर को छोड़ छुक-छुक करती निकली रेल

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक रेल रोकने का आह्वान किया गया था। मोदीनगर रेलवे स्टेशन को छोड़कर गाजियाबाद व साहिबाबाद रेलवे स्टेशनों पर कोई प्रदर्शनकारी विरोध जताने के लिए नहीं पहुंचा। मोदीनगर में कृषि कानून विरोधियों ने मालगाड़ी तो नहीं रोकी, लेकिन इसके बाद वह पटरी पर बैठ गए। इसके चलते के जमा होने की सूचना पर इंटरसिटी एक्सप्रेस को मुजफ्फरनगर में रोका गया।

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कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों की ओर से गुरुवार दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक रेल रोकने का एलान किया गया था। पुलिस-प्रशासन के अलावा रेलवे पुलिस फोर्स भी मुस्तैद रही, लेकिन भाकियू के बैनर तले मोदीनगर में ही किसानों ने रेल रोकने की योजना तैयार की थी। दोपहर करीब 12.30 बजे प्रदर्शनकारी मोदीनगर स्टेशन पहुंचे। इस बीच एक मालगाड़ी वहां से गुजरी, लेकिन उसे नहीं रोका गया। करीब एक बजे प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। चार बजे तक वहीं डटे रहे। स्थानीय पुलिस के अलावा पीएसी की दो प्लाटून व रेलवे पुलिस फोर्स मुस्तैद रहा। दोपहर सवा दो बजे मोदीनगर स्टेशन से अंबाला इंटरसिटी ट्रेन को यहां से गुजरना था, जिसके चालक को प्रदर्शनकारियों की ओर से माला पहनाने की योजना थी। प्रदर्शनकारियों को देखते हुए रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन को मुजफ्फरनगर रोका गया। ट्रेन न आने पर प्रदर्शनकारियों ने

पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों पर ही फूलों की वर्षा करते हुए मिठाई खिलाते हुए चार बजे एडीएम संतोष कुमार वैश्य व एसपी देहात डॉ. इरज

राजा को ज्ञापन देकर प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक छोड़ दिया। वहीं, गाजियाबाद, न्यू गाजियाबाद व डासना के अध्यात्मिक नगर समेत गुलधर, दुहाई आदि रेलवे स्टेशन पर कृषि कानून विरोधियों का कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। वहां कोई भी प्रदर्शनकारी नहीं पहुंचा। पुरी से ऋषिकेश के लिए चलने वाली उत्कल एक्सप्रेस को ही गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर अहतियात के तौर पर दोपहर 2.22 से 3.34 बजे तक एक घंटा 12 मिनट तक रोका गया। इसके अलावा अन्य मार्गाें पर रेल यातायात पूरी तरह सामान्य रहा। सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय से गंतव्य के लिए गुजरी। उत्कल एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्रियों को ट्रेन रोके रखने को लेकर परेशानी महसूस हुई। संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के विरोध मेंगुरुवार दोपहर 12 से शाम चार बजे तक पूरे देश में रेल रोको कार्यक्रम का एलान किया था। इसके मद्देनजर पुलिस, प्रशासन और रेलवे के अधिकारी सतर्क रहे। सुबह से ही साहिबाबाद रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन पर पुलिस का पहरा रहा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी नजर रखे रहे, मगर यहां एक भी प्रदर्शनकारी नहीं पहुंचा। सभी रेलों का संचालन सामान्य रूप से हुआ।

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फोटो 18जीपीजी-14

ट्रेन रुकी तो प्लेटफार्म पर लेपटाप पर काम

मोदीनगर में रेलवे ट्रैक पर कृषि विरोधी आंदोलनकारियों के जमा होने की सूचना पर उत्कल एक्सप्रेस को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर रोका गया। इस बीच प्लेटफार्म पर ही रेल यात्री अपने लेपटाप पर काम करते नजर आए।

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पुलिसकर्मियों से पूछते रहे क्यों रोकी ट्रेन

उत्कल एक्सप्रेस में परिवार के साथ गंतव्य के लिए निकले यात्री प्लेटफार्म पर मौजूद रेलवे पुलिस के जवानों से ट्रेन के रूकने का सबब पूछते रहे। वह हैरान थे कि स्टेशन पूरी तरह खाली है और ट्रेन को आखिर क्यों रोका गया है। उन्हें बताया गया कि चार बजे से पहले ट्रेन को रवाना किया जाएगा।

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फोटो 18जीपीजी-19

रेलवे पुलिसकर्मियों ने मोबाइल देख काटा समय

डासना के अध्यात्मिक नगर रेलवे हाल्ट पर प्रदर्शनकारी नहीं पहुंचे। यहां पुलिस प्रशासनिक अफसरों ने गश्त किया, लेकिन दोपहर 12 बजे से पहले ही पुलिसकर्मी यहां पहुंच गए। वह कोई हलचल न होने की वजह से मोबाइल पर बतियाते या वीडियो देखते नजर आए।

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पल-पल की गतिविधियों पर रखी नजर

प्रदर्शनकारियों ने यूपी गेट धरना स्थल से रेलवे स्टेशनों पर नहीं जाने की बात की थी। इसके बावजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सतर्क रहे। खुफिया विभाग सक्रिय रहा। यहां की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी गई। पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था रही। कहीं से अप्रिय सूचना नहीं मिली। धरना स्थल को जोन व सेक्टर में बांटकर सुरक्षा-व्यवस्था पुख्ता की जा रही है। अर्धसैनिक बल तैनात है।

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हतोत्साहित दिखे प्रदर्शनकारी

यूपी गेट धरना स्थल पर बृहस्पतिवार शाम को काफी सन्नाटा दिखा। रेल रोको कार्यक्रम फेल होने का असर यहां दिखा। प्रदर्शनकारियों के चेहरे उतरे दिखे। कुछ प्रदर्शनकारी इस असफलता के बारे में चर्चा करते हुए दिखे, मगर पूछने पर कहा कि देश भर में रेल रोको कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ है। -शाहनवाज अली, अवनीश मिश्र, अनिल त्यागी


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