Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कंपकंपाती सर्दी में सड़क पर ठिठुरते गोवंशी, निगम के दावों की खुली पोल; संरक्षण के दावे कागजों तक सीमित

    Updated: Thu, 25 Dec 2025 10:11 PM (IST)

    गाजियाबाद में कड़ाके की ठंड में सड़कों पर गोवंश ठिठुर रहे हैं, जिससे नगर निगम के संरक्षण के दावों की पोल खुल गई है। जमीनी हकीकत यह है कि गोवंश को ठंड ...और पढ़ें

    Hero Image

    यूपी गेट पर सड़क पर बैठे गोवंशी। जागरण

    हसीन शाह, गाजियाबाद। हाड़ कंपा देनी सर्दी ने आमजन को बेहाल कर दिया। जानवर भी इससे अछूते नहीं है। शहर की सड़कों पर गोवंशी ठिठुर रहे हैं। कोहरे में सड़क पर खड़े गोवंशी सड़क हादसे के लिए भी खतरा बने हुए है। पूर्व में सड़क पर गोवंशी होने पर कई बड़े हादसे हो चुके हैं। नगर निगम सभी गोवंशी को संरक्षित करने का दावा कर रहा है। यह दावा केवल मौखिक या कागजों पर ही दिखाई देता है। जबकि सड़कों पर घूम रहे गोवंशी निगम के दावों की पोल खोल रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शहर की बात करें तो नंदी पार्क गोशाला में 1700 से अधिक गोवंशी संरक्षित हैं। समय-समय पर जनप्रतिनिधि से लेकर जिम्मेदार अधिकारी नंदी पार्क में जाकर गाेवंशी के सरंक्षण का जायजा लेते हैं। इस गोशाला में गोवंशी के लिए सर्दी से बचाने के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। गोवंशी के लिए गुड़ खाने की भी व्यवस्था की गई थी। वहीं, दूसरी ओर सड़क पर घूम रहे गोवंशी के लिए काेई इंतजाम नहीं है। वह भेदभाव के शिकार हो रहे हैं।

    सड़क पर घूम रहे गाेवंशी की पीड़ा किसी को नहीं दिखती है। कोहरे में गोवंशी सड़क पर खड़े रहते हैं। विजय नगर, संजय नगर, गाेविंदपुरम, राजेंद्र नगर, इंदिरापुरम, शालीमार गार्डन, हिंडन विहार, प्रताप विहार, सिद्धार्थ विहार आदि क्षेत्र में गोवंशी सड़कों पर घूम रहे हैं। जबकि सड़क पर घूम रहे प्रत्येक गोवंशी को संरक्षित किया जाना चाहिए। निगम के साथ पशुपाल विभाग सड़क पर घूम रहे गोवंशी को अनदेखा कर रहा है। पशुपालन विभाग का कहना है कि उन्होंने शहरी क्षेत्र में पशुओं को संरक्षित करने की जिम्मेदारी नगर निकायों को दी हुई है।

    हाईवे पर गोवंशी रहते हैं खड़े

    यदि पूरे जिले की बात करें तो जिले भर में 25 गोशालाएं हैं। जिनमें पांच हजार 500 से अधिक गोवंशी संरक्षित हैं। एक अनुमान के मुताबिक इससे ज्यादा गोवंशी खुले में घूम रहे हैं। ये गोवंशी एनएच 58, एनएच नौ पर भी चढ़ जाते हैं। कई बार लाल कुआं से आगे जीटी रोड पर भी गोवंशी खड़े हो जाते हैं। हाईवे पर वाहनों की गति अधिक रहती है।

    लोग दूध देना बंद करने पर सड़क पर छोड़ जाते हैं गाय

    आरोप लगता है कि कुछ पशु पालक दूध देना बंद करने पर गाय को सड़क पर छोड़ जाते हैं। विभाग ने सड़क पर गाय छाेड़ने वालों पर कार्रवाई का नियम बनाया था। इसके लिए पशु पालन विभाग ने पालतू गोवंशी को घर-घर जाकर उनके कान में टैग लगाया था। जिससे उनके पालने वाले की पहचान हो सके। कानों पर टैग लगे कुछ गोंवशी भी सड़क पर घूम रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारी टैग के जरिये उनके मालिकों का पता लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

    स्थायी गो आश्रय स्थल : नंदनी पार्क, गनौली, निडोरी, कान्हा गोशाला मोदीनगर, एसएलएफ-1, एसएलएफ-2, सैदपुर हुसैनपुर डीलना, पट्टी, सुठारी, तल्हैटा, मीरपुर हिंदू, खिंदौड़ा।

    अस्थायी गो आश्रय स्थल : डासना, सिरोरा, ग्यासपुर, सुराना, सौंदा, गदाना, कादराबाद, गुड़ मंडी, पतला, निवाड़ी

    • 21वीं पशु गणना के अनुसार जिले में पशुओं की स्थिति
    • 66 हजार 766 गोवंशी जिले में दर्ज हैं
    • 01 लाख 22 हजार तीन भैंस जिले में दर्ज हैं
    • 1531 भेड़ जिले में पाली जा रही हैं
    • 10821 बकरी जिले में पाली जा रही हैं
    • 2801 सुअर जिले में पाले जा रहे हैं

    "गोशालाओं में गायों को सर्दी से बचाने के इंतजाम किए गए हैं। उनके नीचे बुरादा डलवा दिया गया है। अलाव जलाया जा रहा है। जो गोवंशी सड़क पर घूम रहे हैं उन्हें नगर निकायों से संरक्षित कराया जाएगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में हम गोवंशी के सरंक्षित करने की मानिटरिंग कर रहे हैं।"

    -एसपी पांडेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।

    यह भी पढ़ें- नए साल में नोएडा एयरपोर्ट के पास घर बनाने का मौका, YEIDA लाने जा रहा दूसरी सबसे बड़ी रेजिडेंशियल प्लॉट योजना