मान्यता 100 सीटों की, चयनित हुए 107, फर्जी डिग्री मामले में जेएस विवि के कुलाधिपति सुकेश यादव व रजिस्ट्रार गिरफ्तार
Firozabad News In Hindi जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद के कुलाधिपति डॉक्टर सुकेश यादव और कुलसचिव नंदन मिश्रा को राजस्थान पुलिस ने फर्जी मार्कशीट मामले में गिरफ्तार किया है। मामला राजस्थान की शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 से जुड़ा है। पुलिस ने एक दलाल को भी गिरफ्तार किया है। जेएस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति को दिल्ली एयरपोर्ट से ले गई थी राजस्थान पुलिस। सुकेश यादव

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। राजस्थान में पकड़ी गई फर्जी मार्कशीट के मामले में जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद के कुलाधिपति डा.सुकेश यादव, कुलसचिव नंदन मिश्रा को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कुलाधिपति को जयपुर पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया था, जबकि कुलसचिव को शुक्रवार रात शिकोहाबाद से पकड़ा था। पुलिस ने एक दलाल को भी गिरफ्तार किया है। मामला राजस्थान की शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 से जुड़ा है।
परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों की मार्कशीट और डिग्री फर्जी पाई गई थी। दलालों के जरिए फर्जी तरीके से बैक डेट में डिग्री के मामले में एक मुकदमा 2024 में जयपुर में दर्ज कराया गया था। जांच के दौरान जेएस विश्वविद्यालय का भी नाम सामने आया।
107 अभ्यर्थियों ने स्वयं को पास होना दर्शाया
भर्ती परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों में से 107 ने स्वयं को जेएस विश्वविद्यालय से पास होना दर्शाया था। जबकि उस सत्र के लिए विश्वविद्यालय में बीपीएड की 100 सीटों की ही मान्यता थी। इतना ही नहीं भर्ती परीक्षा के आवेदन के समय कुल 2,067 अभ्यर्थियों ने अपनी बीपीएड की डिग्री जेएस विश्वविद्यालय की लगाई थी, जो निर्धारित सीटों से कई गुणा अधिक थी। खास बात ये भी थी कि सभी छात्र राजस्थान के ही थे। इसलिए पुलिस का शक गहरा गया और उसने शिकंजा कसना शुरू कर दिया।
अजय भारद्वाज। सौः पुलिस।
अजय भारद्वाज का भी नाम आया सामने
फर्जी मार्कशीट और डिग्री में दलाल अजय भारद्वाज का नाम भी सामने आया। वह कई विश्वविद्यालयों के संपर्क में रहता था। इस मामले में 13 लोगों की गिरफ्तारी पूर्व में की जा चुकी थी। जयपुर पुलिस ने बताया कि कुलाधिपति डा. सुकेश यादव को अपने विरुद्ध एसओजी की कार्रवाई का अंदेशा हो गया था। इसलिए वह विदेश भागने की फिराक में थे। उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। वहीं विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा को शुक्रवार को विश्वविद्यालय से और दलाल अजय भारद्वाज को जयपुर से गिरफ्तार किया गया। वह मेघालय में विश्वविद्यालय खेलने की तैयारी कर रहा था।
राजकीय कालेज में प्रधानाचार्य हैं डॉक्टर सुकेश
डॉक्टर सुकेश यादव विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होने के साथ ही वर्तमान में राजकीय कालेज बाह, आगरा में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। आरोप है कि उन्होंने अजय भारद्वाज सहित अन्य दलालों के जरिए अपने विश्वविद्यालय की बीपीएड कोर्स की फर्जी तरीके से बैकडेट में डिग्रियां जारी कीं।
इस तरह चलता था खेल
पुलिस के अनुसार भर्ती परीक्षाओं में फर्जी डिग्री के जरिए अपात्रों के चयनित करने का खेल बहुत ही सुगठित तरीके से चल रहा था। इसमें परीक्षा में फेल और कम पढ़े लिखे लोगों को भी विभिन्न विश्वविद्यालयों से पास दर्शाकर आवेदन कराए जाते थे। इसके बाद पेपर लीक कर उन्हें परीक्षा पास कराई जाती थी। चयनित होने के बाद उन्हें फर्जी डिग्री बैक डेट में बनाकर दी जाती थीं।
ये भी पढ़ेंः Weather Update: होली पर पश्चिमी यूपी में हल्की बारिश, पूर्वी UP में साफ मौसम! देखिए मौसम विभाग का ताजा अपडेट
ये भी पढ़ेंः UPPCL की बड़ी कार्रवाई, दो बिजली इंजीनियरों को किया गया निलंबित; 12 को चार्जशीट-चेतावनी
इस दौरान मोटी कमाई के लालच में गैंग में शामिल लोगों ने निर्धारित सीटों का भी ध्यान नहीं रखा। यही वजह रही कि जेएस विश्वविद्यालय की डिग्री लगाने वाले 107 अभ्यर्थी चयनित हो गए, जबकि विश्वविद्यालय में कुल सीटें ही 100 थीं। मजे की बात ये भी थी कि चयनित सभी 107 अभ्यर्थी राजस्थान के ही थे, जो कि व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।