फतेहपुर में युवकों ने पशुपालक से खाने को बतख मांगा, नहीं देने पर मारी गोली
फतेहपुर के मवई गांव में बतख पालक महेश सोनकर को युवकों ने बतख न देने पर गोली मार दी। महेश 15 दिनों से बतख लेकर गांव में था। युवकों ने खाने के लिए बतख म ...और पढ़ें
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जागरण संवाददाता, फतेहपुर। गैर जनपद से जिले में आकर बतख पालन का व्यापार करने वाले पालक को मंगलवार की मध्यरात गोली मारकर घायल कर दिया। खाने के लिए फ्री में बतख मांगने का विवाद सामने आया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हालत नाजुक देखते हुए डाक्टरों ने उसे एलएलआर कानपुर रेफर कर दिया गया। घायल की हालत नाजुक बनी हुई है।
प्रतापगढ़ जिले के दमदम गांव निवासी महेश सोनकर पुत्र राधेश्याम सोनकर 300 बतखों लेकर ललौली थाने के मेवली गांव आया। किराए में तालाब लिया और उसी के किनारे झोपड़ी बनाकर रहने लगा। बतखों का पालन करके जीविकोपार्जन करता है। बीते दिनों की तरह तालाब के किनारे बनाई गई झोपड़ी में भतीजे शंकर सोनकर के साथ खाना खाकर सो गया।
भतीजे ने बताया कि मंगलवार की दोपहर कुछ युवक तालाब पर पहुंचे और खाने के लिए बतख देने का दबाव बनाया। जिस उसने और चाचा ने फ्री में बतख देने से मना कर दिया। मना कर दिया तो झगड़ा हुआ था। हमलावर दोनों को जानमाल की धमकी दी। जानमाल की धमकी देकर पड़ोसी गांव के मनोज और उसके साथी वापस चले गए।
रात 12 बजे के आसपास अंधेरे में कई लोग पहुंचे और झोपड़ी में सो रहे चाचा महेश सोनकर के ऊपर गोली चला दी। गोली बाएं तरफ पसलियों में जा लगी। उसे भी पीटा और भाग खड़े हुए। उसने डायल 112 को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची और एंबुलेंस बुलवाकर घायल को जिला अस्पताल भेजा जहां से रात में ही उसे कानपुर रेफर कर दिया गया।
थाना प्रभारी समशेर बहादुर सिंह ने बताया कि बतख पालक के सीने में बाएं तरफ की पसलियों में गोली लगी है। प्रकरण की जांच पड़ताल की जा रही है। प्रथम दृष्टया मुफ्त में बतख न देने पर झगड़ा होने की बात प्रकाश में आई है। गोलीकांड की जांच इसी आधार पर की जा रही है।

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