Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फतेहपुर के लोगों के लिए खुशखबरी, 15 करोड़ की लागत से इस सड़क का होगा चौड़ीकरण; 45 गांवों को होगा लाभ

    Updated: Wed, 27 Nov 2024 10:18 AM (IST)

    Fatehpur News फतेहपुर के लोगों के लिए खुशखबरी है! बैठका चौराहा-करबिगवां मार्ग के चौड़ीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इस 10 किलोमीटर लंबी सड़क के चौड़ीकरण से 45 गांवों के लोगों को आवागमन में होने वाली परेशानी से निजात मिलेगी। इस मार्ग से प्रतिदिन एक हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का आना-जाना होता है।

    Hero Image
    बैठका चौराहा-करबिगवां जर्जर मार्ग से निकलता बाइक सवार। जागरण

    जागरण संवाददाता, फतेहपुर। बैठका चौराहा-करबिगवां मार्ग दो जिलों को जोड़ने का काम करता है। आवाजाही के लिए मार्ग में वाहनों का भारी माह में आना-जाना होता है। सड़क जर्जर होने पर खासकर 45 गांव के लोगों को आने-जाने में परेशानी होती थी। मार्ग संकरा होने पर आए दिन जाम की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ता है। संकरे और जर्जर मार्ग के चौड़ीकरण की कार्ययोजना लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने बनाई है। इस 10 किलोमीटर लंबी और पांच मीटर चौड़ीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बना कर शासन को भेजा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बैठका चौराहा-करविगवां मार्ग 10 किमी लंबा होने पर कानपुर महानगर को जोड़ता है। इस मार्ग से प्रतिदिन एक हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का आना-जाना होता है। महानगर पास होने के चलते 45 गांव के लोग व्यापार करने के लिए इस मार्ग से ही कानपुर आते-जाते हैं।

    शासन को भेजा गया 15 करोड़ का प्रस्ताव

    10 किमी का सफर तय करने पर दो से तीन घंटा लगता है। इन सारी समस्याओं को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने मार्ग के चौड़ीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा है। शासन से अनुमति मिलने के बाद बजट स्वीकृत किया जाएगा। फिर सभी औपचारिकताएं पूरी करके सड़क निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

    लोक निर्माण विभाग खंड 2 के अरविंद कुमार ने बताया-

    मार्ग संकरा व जर्जर होने के चलते आम जनों और व्यापारियों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती थी। दिनों दिन बढ़ रहे वाहनों के दबाव को देखते हुए मार्ग को चौड़ीकरण में शामिल किया गया है। इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है। स्वीकृत होने पर मार्ग का नव निर्माण कराया जाएगा।

    भारी वाहनों पर नो इंट्री लगाए जाने की मांग

    नगर के अंदर आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए भारी वाहनों पर नो इंट्री लगाए जाने की मांग उठने लगी हैं। मंगलवार को मानवाधिकार एवं उपभोक्ता फोरम के जिला सचिव अमित कुमार ने जिलाधिकारी से मिलकर भारी वाहनों पर नो इंट्री लगाए जाने की मांग की।

    कहा कि सुबह बच्चे अपने स्कूलों को साइकिल या फिर स्कूली बसों में जाते हैं। इस दौरान नगर भीतर भारी वाहनों की आवाजाही होने से हादसों की आशंका हरदम बनी रहती है। उन्होंने कहा कि सुबह छह बजे से रात्रि दस बजे तक नो इंट्री लगाई जाए। भारी वाहनों के निकलने का समय रात्रि दस बजे से सुबह पांच बजे तक नियत किया जाए।

    इसे भी पढ़ें: यूपी में एक बार फिर गरजा बुलडोजर, 150 अवैध निर्माण को किया गया ध्वस्त; विरोध करने वालों को पुलिस ने खदेड़ा

    इसे भी पढ़ें: ब्रिटिश नागरिक हैं राहुल गांधी? इलाहाबाद हाई कोर्ट ने केंद्र से मांगा जवाब, 19 दिसंबर को अगली सुनवाई