फतेहपुर में बारूद के विस्फोट से उड़ी कोठरी, आतिशबाज व पुत्री की मौत, थाना प्रभारी सहित चार निलंबित
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रेवाड़ी खुर्द गांव में एक घर में विस्फोट होने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक घायल हो गया। विस्फोट आतिशबाज नूर मोहम्मद के घर में हुआ जिससे घर की छत ढह गई। मलबे में दबने से नूर मोहम्मद और उनकी बेटी तैयबा की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संवाद सहयोगी, जागरण, बिंदकी(फतेहपुर)। बस्ती के अंदर पटाखा बनाते समय बारूद के दो धमाकों से आतिशबाज के मकान की कोठरी उड़ गई। विस्फोट इतना भयानक था कि कोठरी का मलबा दो सौ मीटर दूर तक बिखर गया, और आतिशबाज उसकी पुत्री, पुत्र व एक दूधिया मलबे में दब गए। पड़ोस में रहने वाले लोग दहशत में घर से बाहर आ आए।
करीब आधे घंटे तक कच्ची छतों की धूल का गुबार चारों ओर छाया रहा। आतिशबाज सहित मलबे में दबे चारों लोगों को बाहर निकला। इसमें आतिशबाज व उसकी पुत्री की मौत हो चुकी थी। पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी, हल्का प्रभारी व बीट के दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
कल्यानपुर थाने के रेवाड़ी खुर्द गांव निवासी 55 वर्षीय आतिशबाज नूर मोहम्मद की पत्नी हसीना के नाम पर आतिशबाजी का लाइसेंस है। सोमवार को सुबह बस्ती के अंदर मकान के प्रथम तल पर बनी कच्ची कोठरी में रखे बारूद से आतिशबाज व उसकी पुत्री 18 वर्षीय तैयबा पटाखा बनाने में लगी थी।
पत्नी हसीना घर के बाहर बैठी थी। पुत्र अली शेर आंगन में कुछ काम कर रहा था। करीब साढ़े नौ बजे पटाखा बनाने के दौरान दो बार बारूद का विस्फोट हुआ। इससे कोठरी की ऊपरी छत प्रथम तल की कोठरी की छत विस्फोट से उड़ गई। कोठरी का मलबा रास्ते सहित आसपास घरों में बिखर गया। दो बार हुए विस्फोट से कच्ची कोठरी की मिट्टी धूल बनी और उसका गुबार चारों ओर छा गया। आसपास मकान तक हिल गए। पड़ोसी व गांव के लोग घरों से बाहर आ गए।
विस्फोट के मलबे में आतिशबाज उसकी पुत्री व पुत्र के अलावा रास्ते में साइकिल से दूध लेकर जा रहा दूधिया कल्यानपुर थाने के लक्ष्मणपुर गांव निवासी गुड्डू यादव दब गया। धूल का गुबार जब कम हुआ तो लोगों ने चारों ओर मलबा बिखरा देखा। मलबे में दबे आतिशबाज उसकी पुत्री, पुत्र व दूधिए को खोजना शुरू किया। ग्रामीणों ने पुलिस व घायल पुत्र व दूधिए को इलाज के लिए पीएचसी गोपालगंज भेजा गया। यहां से गंभीर हालत में एलएलआर कानपुर रेफर किया गया है।
सीओ प्रगति यादव ने बताया कि बारूद के विस्फोट से प्रथम तल पर बनी कच्ची कोठरी व प्रथम तल की छत गिर गई है। मौके के हालात देखने से लगता है कि विस्फोट तेज था। मौके पर अपर जिलाधिकारी अविनाश चंद्र त्रिपाठी व फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची।
आतिशबाज की पत्नी के नाम था लाइसेंस, नहीं हुआ था नवीनीकरण
दिवंगत आतिशबाज नूर मोहम्मद की पत्नी हसीना के नाम पर जारी आतिशबाजी लाइसेंस की अवधि मार्च 2024 में समाप्त हो चुकी है। आतिशबाज ने लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए प्रार्थना पत्र डाल रखा था। हालांकि अभी तक लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हुआ था। इसके बाद भी उसने घर पर बारूद का भंडारण कर लिया। इसके साथ ही आतिशबाजी का निर्माण भी कर रहा था। पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने इसे पुलिस की लापरवाही मानते थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह, हल्का इंचार्ज व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।
गांव के बाहर बनी कोठरी खाली, वहां नहीं मिला कोई सामान
आतिशबाजी के लाइसेंस के मुताबिक आतिशबाज को बस्ती से दूर आतिशबाजी का निर्माण करना होता है। आतिशबाज ने इसके लिए गांव से दूर दो कोठरी बना रखी हैं। हादसे के बाद दोनों कोठरी को देखने पुलिस पहुंची। यहां पर कोठरी में ताला बंद मिला है। सीओ ने बताया कि कोठरी के अंदर कुछ दिख नहीं रहा था।
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