Farrukhabad Flood : गंगा में बाढ़, मुख्य मार्गों पर भरा पानी, कटान से गिर रहे मकान
फर्रुखाबाद में बाढ़ का पानी घटने से राहत की उम्मीद जगी थी लेकिन अचानक पानी का लौटना रुक गया। पंखियन की मड़ैया में कटान से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीणों को उम्मीद है कि जलस्तर न बढ़ने पर दो दिन में जलभराव से राहत मिलेगी। कालोनियों में जलभराव की समस्या बनी हुई है नालियां चोक होने से पानी नहीं निकल पा रहा है।

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद । तहसील सदर क्षेत्र के गांवों में भरा बाढ़ का पानी तीन दिन से वापस गंगा में जा रहा था। इससे शरणालयों में रह रहे लोगोंं की घर वापसी शुरू हो गई थी, लेकिन सोमवार को अचानक पानी की वापसी रुक गई। वहीं पंखियन की मड़ैया में कटान से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीणों का मानना है कि यदि गंगा का जलस्तर न बढ़ा तो दो दिन में मुख्य मार्गों पर भरा पानी निकल जाएगा।
गांव पंखियन की मड़ैया कटरी धरमपुर निवासी आबिद की पत्नी रवीना का मकान दोपहर को क्षतिग्रस्त हो गया। उसकी एक दीवार गंगा में पलट गई। पूरा मकान चपेट में आने की आशंका बन गई है। पिछले 10 दिन से पंखियन की मड़ैया में कटान रुका हुआ था। ग्राम प्रधान के पति शाहिद अली ने बताया कि गंगा का जलस्तर फिर कुछ बढ़ा है। इस कारण खेतों में भरे पानी की गंगा में वापसी रुक गई है। अभी भी गांव के आसपास नाव से ही लोग आवागमन कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत कटरी भीमपुर बिलावलपुर के प्रधान रामऔतार के पुत्र महाराम पाल ने बताया कि बिलावलपुर में मुख्य मार्ग पर पानी भरा है। अभी सोता पर भी कई फीट पानी की धार बह रही है। उम्मीद है कि दो दिन में मुख्य मार्ग खुल जाएंगे। सर्वाधिक समस्या उन गांवोंं में है जहां कटान हुआ है। वहां पानी उतरने के बाद दलदल बन जाएगा। उसे सूखने में काफी समय लगेगा।
कांशीराम कालोनी हैवतपुर गढ़िया का लिंक मार्ग तो खुल गया है, लेकिन कई सड़कों पर अभी भी जलभराव है। नालियां चोक होने की वजह से पानी संपवेल तक नहीं आ रहा है। पालिका कर्मचारी सोमवार को भी नालियां खोलने में जुटे रहे। ब्लाक नंबर एक से 16 नंबर तक ही नाली खुल पाई हैं। अन्य ब्लाकों के रास्तों में अभी भी जबरदस्त जलभराव है। कालोनी के निवासी राजेंद्र ने बताया कि बाढ़ का पानी आना तो रुक गया है, लेकिन जो पानी गलियों के अंदर भरा है वह तभी निकल सकेगा जब नालियां साफ हो जाएंगी।
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