रेलवे ट्रैक पर रनओवर रोकने को फेनसिग जरूरी
जागरण संवाददाता इटावा दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर इटावा जंक्शन का एसपी रेलवे आगरा
जागरण संवाददाता, इटावा : दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर इटावा जंक्शन का एसपी रेलवे आगरा मोहम्मद मुश्ताक ने निरीक्षण किया तो उन्होंने इस क्षेत्र में रनओवर यानी रेलवे ट्रैक पर मानव और जानवर कटने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए फेनसिग यानी बाउंड्रीवॉल का निर्माण होना जरूरी माना।
एसपी रेलवे आगरा मंगलवार को सालाना निरीक्षण करने आए थे, जीआरपी थाना, बैरक, रसोईघर, मालखाना, कंप्यूटर सिस्टम, महिला डेस्क व अभिलेखों का गहनता से निरीक्षण करने के उपरांत पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने जंक्शन के दोनों ओर राहतपुर से सुंदरपुर के मध्य फेनसिग जरूरी मानते हुए कहा कि आरपीएफ कमांडेंट से वार्ता करके जल्द डीआरएम को इसका प्रस्ताव भेजा जाएगा। रनओवर के साथ अपराधियों पर भी काफी अंकुश लगेगा। जल्द ही रेलवे का परिचालन पूर्व की भांति होने लगेगा, तब इसकी उपयोगिता और ज्यादा सिद्ध होगी। महिला डेस्क में कंप्यूटर व अन्य संसाधनों की कमी है जो जल्द दूर कराई जाएगी। ट्रेनों में जीआरपी स्क्वायड अब ड्रेगन टॉर्च और ब्लूटूथ से लैस रहकर ट्रेन के अगले तथा पिछले हिस्से में मौजूद रहेंगे जहां भी ट्रेन रुकेगी तत्काल दोनों ओर से ड्रेगन टार्च की रोशनी डाली जाएगी इससे अपराधी सक्रिय नहीं होंगे। जीआरपी की रसोईघर, बॉथरूम तथा आरओ वॉटर की व्यवस्था जल्द कराई जाएगी। मालखाना में अभिलेखों का रखरखाव सही पाया गया जो खामियां मिली उनके दूर करने के निर्देश दिए गए। एसपी रीडर शिवकुमार पोनिया, जीआरपी थाना प्रभारी नौशाद अहमद, एसआइ राजेश गौतम, रामबाबू, महेश कुमार तथा रजनीश कुमार आदि मौजूद थे।
प्लेटफार्मों पर नहीं चलेंगे बाइक सवार
एसपी रेलवे आगरा मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि रेलवे के प्लेटफार्मों पर किसी को भी बाइक चलाने की अनुमति नहीं है लेकिन यहां बाइक सवार नजर आए। स्टेशन अधीक्षक तथा आरपीएफ के अधिकारियों से वार्ता करके इसपर तत्काल अंकुश लगवाया जाएगा। प्लेटफार्मों पर ही नहीं अपितु रेलवे परिसर में भी नियमों का पालन कराना होगा।
मिशन शक्ति पर विशेष ध्यान
एसपी ने बताया कि मिशन शक्ति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, आगरा अनुभाग का रोस्टर चलाया जा रहा है। महिला डेस्क पर महिला सिपाही विशेष सजगता के तहत महिलाओं की बात सुनकर रजिस्टर-कंप्यूटर में दर्ज करके अवगत करा रही है। रोस्टर के मुताबिक प्रतिदिन शाम को समीक्षा की जा रही है।
कितने जेल में कितने बाहर
एसपी ने सभी दारोगाओं और सिपाहियों की ब्रीफिग करते हुए सिपाहियों से पूछा कि कितने वांछित तथा अपराधी बाहर हैं और कितने जेल में हैं। कोई वांछित अपराधी बाहर न रहे इसके भरसक प्रयास किए जाएं। संदिग्ध लोगों की कड़ी निगरानी की जाए।