इटावा में भीषण सड़क हादसा: बाइक सवार दंपती व नौ वर्षीय बेटे की मौत, कार सवार तीन लोग घायल
इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग पर एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी। इसमें बाइक सवार पति, पत्नी और उनके बेटे की मौत हो गई। कार ओवरटेक करते समय दुर्घटनाग्रस्त हुई ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, बरालोकपुर (इटावा)। इटावा–फर्रुखाबाद हाईवे पर रविवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। इसमें बाइक सवार पति-पत्नी और उनके बेटे की मौत हो गई, जबकि कार में सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा ग्राम बरालोकपुर के पास उस समय हुआ, जब तेज रफ्तार कार ने ओवरटेक करते समय बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। कार चालक मौके से फरार हो गया।
ओवरटेक करते समय कार चालक ने मारी टक्कर
इटावा-फर्रुखाबाद मार्ग पर बरालोकपुर पशु मेला बाजार के सामने रविवार शाम चार बजे इटावा की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार ने ओवरटेक करने के प्रयास में सामने से आ रही बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में फर्रुखाबाद से लौट रहे बाइक सवार दंपती और उनके बेटे की मौत हो गई। घटना के बाद कार बाइक समेत 10 फीट नीचे खेत में जा गिरी। बताया जा रहा है कि जिस समय हादसा हुआ कार की रफ्तार करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी। इस कारण बाइक सवार हेलमेट लगाए होने के बाद भी नहीं बच सके। कार सवार तीन लोग भी घायल भी हुए। जबकि कार के एयरबैग खुल गए थे।

प्रीति, राजू और गगन का फाइल फोटो। स्वजन
एक ही बाइक पर सवार थे दंपती और बच्चा
बसरेहर के मोहब्बतपुर निवासी राजू उर्फ कल्लू राजपूत पुत्र वृंदावन (40) अपनी पत्नी प्रीति देवी (34) और 9 वर्षीय बेटे प्रांशु उर्फ गगन के साथ बाइक से फर्रुखाबाद के गजियापुर स्थित ससुराल गए थे। रविवार शाम को तीनों वापस लौट रहे थे। जैसे ही वे इटावा बरेली हाईवे पर बरालोकपुर में पशु मेला स्थल के पास पहुंचे, तो इटावा की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक और कार दोनों अनियंत्रित होकर करीब 10 फीट नीचे सड़क किनारे खड्ड में गिर गए। हादसे में बाइक सवार तीनों सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए।
कार सवार तीन लोग भी घायल
इसी टक्कर में कार सवार दंपती औरैया के थाना बेला क्षेत्र के पिपरोलिया निवासी राजेंद्र सिंह पुत्र हिमांचल प्रसाद, ऊसराहार क्षेत्र के कुइता सरैया निवासी महेश कुमार तथा उनकी पत्नी मिथिलेश देवी घायल हो गईं। राहगीरों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और घायलों को एंबुलेंस से सीएचसी भेजा। जहां डाक्टर ने गंभीर हालत देखते हुए राजू, उसकी पत्नी प्रीति और बेटे प्रांशु को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई भेज दिया, जहां डाक्टरों ने तीनों को कुछ देर बाद मृत घोषित कर दिया।
कार चालक भागा
इधर पति-पत्नी और बेटे की एक साथ मौत की खबर सुनते ही राजू के परिवार में चीख-पुकार मच गी। रोते-बिलखते स्वजन आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय पहुंचे। वहीं हादसे में कार में सवार राजेंद्र सिंह, महेश कुमार और उनकी पत्नी का इलाज सीएचसी में जारी है। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया है। जबकि कार चलाने वाला नीलेश कुमार भाग गया। थाना प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
कार की रफ्तार कम होती तो बच जाता परिवार
पशु मेला बाजार के सामने रविवार शाम हुए हादसे में पति-पत्नी और बेटे की मौत का कारण कार की तेज रफ्तार रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे के दौरान टक्कर मारने वाली कार की रफ्तार करीब 100 किलोमीटर प्रतिघंटा के आसपास थी। इस कारण राजू की बाइक में टक्कर मारने के बाद भी कार नहीं रुकी और सड़क से 10 फीट नीचे खेत में जा गिरी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया बाइक सवार हेलमेट पहने हुए था और अपनी साइड में चल रहा था। इस बीच ऊसराहार की तरफ जा रही तेज रफ्तार कार आगे जा रहे वाहन को ओवरटेक करने के कारण अनियंत्रित होकर दूसरी साइड में सड़क किनारे चल रहे दंपती की बाइक से टकरा गई। हादसे का मंजर देख मौके से गुजर रहे वाहनों की रफ्तार भी थम गई। दिल दहला देने वाली दुर्घटना देखकर हर कोई हतप्रभ था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कार की रफ्तार अगर कम होती तो शायद यह हादसा न होता और चालक कार को संभाल लेता, लेकिन रफ्तार ने बाइक सवारों की जान निगल ली।
रोते-बिलखते बेटी बोली, पिता ने कहा था जल्दी आ जाएंगे घर
मोहब्बतपुर बसरेहर निवासी राजू राजपूत, उसकी पत्नी प्रीति देवी समेत नौ वर्षीय इकलौते पुत्र गगन की मौत के बाद परिवार में 12 वर्षीय इकलौती बेटी प्रिया समेत अन्य स्वजन में चीख-पुकार मची है। बेटी ने बताया कि पापा और मम्मी सुबह ही छोटे भाई को लेकर बीमार चल रहे मामा को देखने ननिहाल फर्रुखाबाद गए थे। जहां से वह लोग दोपहर बाद घर के लिए निकले थे, मामा के घर से निकलने से पहले पापा ने उसे फोन किया था और बताया था कि वह लोग वापस आ रहे हैं। यह भी कहा था कि चिंता मत करना जल्दी घर आ जाएंगे। लेकिन शायद राजू और उसकी पत्नी को यह नहीं पता था कि बेटी से उनकी बातचीत आखिरी बातचीत होगी। मृतक राजू चार भाई थे, जिसमें अजय पाल और विनोद हैं, जबकि एक भाई अवनीश की मौत 10 वर्ष पहले बीमारी से मौत हो गई थी। वह अपने परिवार के भरण पोषण के लिए गोपाल मंदिर के पास पंचर की दुकान चलाता था।

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