जीवन का सार बताती है श्रीमद्भागवत कथा
जागरण संवाददाता टांडाकला (चंदौली) नादी निधौरा गांव के हनुमान गढ़ी मंदिर में चल रही श्
जागरण संवाददाता, टांडाकला (चंदौली) : नादी निधौरा गांव के हनुमान गढ़ी मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन बुधवार को कथावाचक मीरा समदर्शनी ने भागवत कथा के लाभ बताए। कहा यह कथा सोये हुए व्यक्ति को जगाती है। उनके ज्ञान चक्षु खोलती है। व्यक्ति के जीवन का सार बताती है।
कहा जीवन में प्रतिकूल व अनुकूल परिस्थितियां आती रहती हैं। इनसे कोई टूटकर बिखर जाता है तो कोई सिमट जाता है। जो प्रतिकूल स्थिति में अपनी गरिमा बचाए रखते हैं वहीं भगवान के सच्चे भक्त होते हैं।
भागवत ऐसे ²ढ् निश्चयी व्यक्ति को आगे बढ़ने को प्रेरित करती है। कहा परमात्मा को कोई धन और ज्ञान से नहीं बांध सकता उन्हें बांधने के लिए प्रेम रूपी डोरी होनी चाहिए। प्रेम और भक्ति सु²ढ़ होना चाहिए, प्रेम वास्ते गऊ माता भी अपने बछड़े को दुलारती है और एक अनपढ़ स्त्री भी अपने पति से आगाध प्रेम करती है। प्रेम निश्स्वार्थ होना चाहिए। जिस प्रकार प्रहलाद का प्रेम भगवान के प्रति आगाध था। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण मइया यशोदा और गोपियों के प्रेम का वर्णन किया। आलोक यादव, अभय कुमार प्रदीप, लक्ष्मी, अर्जुन, राजनाथ, मृत्युंजय, मनोज, श्रीप्रकाश पांडेय, अरविन्द पांडेय आदि प्रमुख थे।