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    Bulandshahr: स्याना हिंसा ने दोषियों को दिलाया राजनीतिक मुकाम, योगेश राज बना जिला पंचायत सदस्य, अब...

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 10:42 PM (IST)

    स्याना हिंसा के आरोपियों को राजनीतिक पद मिले। योगेशराज जिला पंचायत सदस्य बने सत्येंद्र लौंगा के प्रधान बने और सचिन अहलावत भाजपा के मंडल अध्यक्ष बने। हालांकि सजा होने पर योगेशराज और सत्येन्द्र को पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और सचिन अहलावत को पद से मुक्त कर दिया गया है।

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    स्याना के कोतवाल सुबोध कुमार की हत्या के मामले में पांच दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।

    संवाद सूत्र, स्याना। क्षेत्र को झकझोर कर देने वाली स्याना हिंसा की घटना के दाेषियों को राजनीतिक मुकाम दिलाया। योगेशराज जिला पंचायत सदस्य, तो सतेन्द्र गांव लौंगा के प्रधान निर्वाचित हुए। वहीं सचिन अहलावत भाजपा के बीबीनगर के मंडल अध्यक्ष बने। हालांकि सचिन अहलावत के दोषी करार होने पर भाजपा जिलाध्यक्ष ने उन्हें पद से हटा दिया है। बाकी जिला पंचायत सदस्य व ग्राम प्रधान के सजायाफ्ता होने पर दोनों को पद से विमुक्त किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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    स्याना हिंसा की घटना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 44 आरोपितों को जेल भेजा था। वहीं पुलिस ने बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक योगेश राज को हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपित बनाया था। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद योगेश राज ने वार्ड नंबर पांच से जिला पंचायत पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। वहीं चुनाव में योगेश राज ने अपने प्रतिद्वंदी निर्दलीय प्रत्याशी निर्दोष चौधरी को 21 मतों से हराकर जीत हासिल की थी। जिला पंचायत सदस्य चुने जाने के दस माह बाद ही जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने पर योगेश राज जेल चला गया था।

    हिंसा के आरोपित क्षेत्र के ग्राम लौंगा निवासी सत्येंद्र राजपूत ने भी न्यायालय से जमानत मिलने के बाद गांव में प्रधानी का चुनाव लड़ा था। ग्रामीण मतदाताओं ने आरोपित सत्येंद्र राजपूत को चुनाव जिताकर गांव का प्रधान नियुक्त कर कुर्सी पर बैठा दिया। हिंसा के मामले में सजा होने पर अब योगेश राज व सत्येन्द्र को पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

    जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय व जिला पंचायत कार्यालय कोर्ट के आदेश की प्रति आते ही आगे की प्रक्रिया शुरू कर देगा। वहीं हिंसा के आरोपित ग्राम महाव निवासी सचिन को भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगातार दो बार से बीबीनगर मंडल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। न्यायालय द्वारा दोषी करार दिए जाने पर भाजपा जिलाध्यक्ष विकास चौहान ने सचिन को पद से मुक्त कर दिया गया है।

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