तेजी से पूरा हो रहा सीएम याेगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट, यूपी के हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार
Ganga Expressway गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे बुलंदशहर में औद्योगिक गलियारा विकसित होगा। 120 हेक्टेयर जमीन पर बनने वाले इस कारिडोर से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। बुलंदशहर की सीमा के निकट सदरपुर भैना ठेरा और चिचावली गांव की 120 हेक्टेयर जमीन अधिगृहित करने की अंतिम चरण में चल रही है। यूपीडा अप्रैल से औद्योगिक गलियारा विकसित करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
जागरण संवाददाता,बुलंदशहर । Ganga Expressway: मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेज के साथ जारी है। जिले की सीमा के निकट औद्योगिक कारिडोर के लिए जमीन अधिगृहित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। 120 हेक्टेयर जमीन पर औद्योगिक कारिडोर धरातल पर आकार लेना शुरू कर देगा। औद्योगिक गलियारा से युवाओं के लिए रोजगार सृजन होगा।
उत्तर प्रदेश औद्योगिक एक्सप्रेसवेज विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा मेरठ से लेकर प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है। प्रदेश सरकार ने जिले की सीमा से सटे हापुड़ के तीन सदरपुर भैना, ठेरा और चिचावली में तहसील प्रशासन द्वारा जमीन अधिगृहित करने की प्रक्रिया तेज रफ्तार से अंतिम चरण में जारी है।
अधिगृहित की जानी है 120 हेक्टेयर जमीन
इन तीन गांव में औद्योगिक कारिडोर विकसित करने के लिए 120 हेक्टेयर जमीन अधिगृहित की जानी है। 15 मार्च तक जमीन अधिगृहित करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। जमीन अधिगृहित होने के बाद प्रशासन ने यूपीडा के सुपुर्द कर देगा। जमीन मिलने के बाद यूपीडा औद्योगिक कारिडोर विकसित करने की प्रक्रिया को अप्रैल माह से गति देना प्रदान कर देगा।
जिले की सीमा के पास पांच किलोमीटर दूर हापुड़ में सदरपुर व 12 किलोमीटर दूर अमरोहा जनपद के मंगरौला में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए जमीन अधिगृहित की जा रही है। गंगा एक्सप्रेस-वे का सबसे अधिक लाभ सफर से लेकर रोजगार तक जनपद के युवाओं को होगा। नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना से रोजगार के द्वार खुलने से स्याना क्षेत्र का पिछड़ापन भी दूर होगा।
इन गांव में विकसित होगा औद्योगिक गलियारा
हहापुड़ की गढ़मुक्तेश्वर तहसील के सदरपुर भैना, ठेरा ,चिचावली में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा।
परियोजना पर एक नजर
- मेरठ से प्रयागराज तक बना रहा एक्सप्रेस-वे
- आरओबी- 7
- बड़े पुल - 14
- छोटे पुल - 127
- अंडरपास - 375
- डायमंड इंटरचेंज- 8
- ओवर ब्रिज - 28
- मुख्य टोल - 2
- परियोजना की अनुमानित लागत- 36,404 करोड़
बुलंदशहर की सीमा के निकट सदरपुर भैना, ठेरा और चिचावली गांव की 120 हेक्टेयर जमीन अधिगृहित करने की अंतिम चरण में चल रही है। यूपीडा अप्रैल में औद्याेगिक गलियारा विकसित करने की प्रक्रिया को रफ्तार गति प्रदान करेगा। - आरसी मोघ, एक्सईएन यूपीडा
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