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    तीन सप्ताह से बिजनौर से दूर हैं दिल्ली-मेरठ, बैराज पुल से हल्के वाहन चलने पर मिलेगी राहत, लेकिन बस सेवा को करें इंतजार

    Bijnor News बिजनौर में मेरठ-पौड़ी हाईवे पर गंगा बैराज पुल के मरम्मत के बाद हल्के वाहनों के लिए यातायात शुरू हो जाएगा। इससे लोगों को राहत मिलेगी। अगस्त में गंगा का जलस्तर बढ़ने से पुल के गेटों के बीच गैप बढ़ गया था जिसके कारण वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया था। विशेषज्ञों ने मरम्मत के बाद पुल को हल्के वाहनों के लिए सुरक्षित पाया है।

    By Navneet Sharma Edited By: Praveen Vashishtha Updated: Tue, 26 Aug 2025 11:19 PM (IST)
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    बैराज पुल से हल्के वाहन चलने पर मिलेगी राहत

    जागरण संवाददाता, बिजनौर। मेरठ-पौड़ी हाईवे पर गंगा बैराज पुल उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड के लिए भी प्रमुख मार्ग है। शनिवार से इस पर हल्के वाहनों के लिए यातायात शुरू होने से तीन सप्ताह से अधिक समय से परेशान लोगों को राहत मिलेगी। हालांकि भारी वाहनों पर रोक के चलते अभी दिल्ली, मेरठ और मुजफ्फरनगर से बिजनौर आने-जाने वालों को पुल के पार ही बसें मिलेंगी।

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    अगस्त के पहले सप्ताह में पहाड़ों पर तेज बरसात से गंगा का जलस्तर बढ़ गया था। पानी के दबाव से गंगा बैराज के पुल के गेट नम्बर 21 और 22 के बीच तथा गेट नम्बर 28 के एक्सपेंशन ज्वाइंट का गैप बढ़ गया था। सात अगस्त से मेरठ पौड़ी नेशनल हाईवे पर मालन का पानी उतरने के कारण सभी तरह के वाहनों का आवागमन बंद था। विशेषज्ञों ने जांच के बाद केवल दोपहिया वाहनों को ही पुल से निकालने को हरी झंडी दी थी। चौपहिया वाहन वाया अमरोहा होकर निकाले जा रहे हैं। हालाकि प्रशासन ने बिजनौर और मुजफ्फरनगर दोनों जिलों से बैराज के एक ओर तक रोडवेज बस सेवा शुरू करा रखी है। इससे दैनिक यात्रियों को थोड़ी राहत मिली है।

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    यह है बेयरिंग की खासियत

    विशेषज्ञों के अनुसार बेयरिंग पुल को लचीलापन और सहारा देते हैं, जिससे पुल तापमान के परिवर्तन, यातायात के भार व भूकंप आदि की स्थिति में होने वाली हलचल और तनाव को नियंत्रित कर सके। बेयरिंग पुल के डेक (ऊपरी हिस्से) से भार को खंभों तक पहुंचाते हैं व साथ ही पुल को फैलने, सिकुड़ने के लिए जगह देते हैं, जिससे संरचना को क्षति से बचाया जा सके। एक गेट पर चार बेयरिंग होते हैं।

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    दिल्ली, मेरठ व मुजफ्फरनगर को बिजनौर से सीधी बसें नहीं चलने से परेशानी

    पुल में खराबी के कारण दिल्ली, मेरठ और मुजफ्फरनगर को बिजनौर से सीधी बसें नहीं मिलने से लोगों को परेशानी हो रही है। हालांकि पुल के दोनों ओर रोडवेज बस संचालित हो रही हैं। पुल को लोगों को पैदल पार करना पड़ता है। निजी चार व दो पहिया वाहनों से सफर करने वाले लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अमरोहा होते हुए अपने गंतव्य को जाना पड़ रहा है।