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    UP News : पोते के गम में दादी ने तोड़ा दम, गंदे पानी व कीचड़ से निकली अंतिम यात्रा तो इंसानियत हुई शर्मसार

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 04:42 PM (IST)

    Bijnor News बिजनौर के दल्लीवाला गांव में एक दुखद घटना सामने आई है। यहां पोते की मौत के गम में 70 वर्षीय लीलावती की मृत्यु हो गई। इसके बाद ग्रामीणों को कीचड़ और गंदे पानी से भरी सड़क से शवयात्रा निकालने को मजबूर होना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती का यही मुख्य मार्ग है। इसके अलावा कहीं और से निकलने का विकल्प नहीं था।

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    गंदे पानी के बीच से शवयात्रा लेकर निकले ग्रामीण

    संवाद सूत्र, जागरण, भूतपुरी (बिजनौर)। बिजनौर। अंतिम यात्रा सभी के लिए एक ऐसा पल होता है जिसमे हर परिवार चाहता है कि अपनों की अंतिम यात्रा सम्मान से निकले। लेकिन वही अंतिम शवयात्रा गंदे पानी व कीचड़ से निकले तो इंसानियत शर्मसार हो जाती है। ऐसा ही एक मामला अफजलगढ़ ब्लाक के गांव दल्लीवाला की नई बस्ती में सामने आया। गांव में वृद्धा की मौत के बाद उसकी शवयात्रा ग्रामीणों को पानी व कीचड़ भरे रास्ते से निकालनी पड़ी।

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    क्षेत्र के गांव दल्लीवाला में अब भी रास्ते में बरसात का पानी भरा है। गांव की नई बस्ती निवासी 70 वर्षीय वृद्धा लीलावती की गुरुवार देर शाम मौत हो गई थी। स्वजन ने अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू की। लेकिन रास्ते में भरे गंदे पानी व कीचड़ की समस्या आड़े आई। लेकिन कोई अन्य रास्ता न होने के चलते शवयात्रा को कीचड़ व गंदे पानी के बीच से होकर ही निकालना पड़ा।

    शवयात्रा में शामिल होने आए आए रिश्तेदार व अन्य ग्रामीण भी नंगे पैर ही शव यात्रा के पीछे कीचड़ व पानी से निकलते रहे। रामवीर सिंह, हरिराज सिंह, ओमप्रकाश सिंह, परसादी सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती का यही मुख्य मार्ग है। आज तक बस्ती में कोई नाली नहीं बनी और न ही लगभग 10 वर्षों से खड़ंजा लगाया गया है।

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    बुखार से हुई चार साल के पोते की मौत

    गांव दल्लीवाला की नई बस्ती में एक सप्ताह पहले 70 वर्षीय वृद्धा लीलावती के बेटे हरिओम के चार वर्षीय पुत्र कार्तिक की बुखार के चलते उपचार के दौरान मौत हो गई थी। स्वजन के मुताबिक वह कुछ समय से बीमार चल रही थीं। पोते की मौत के सदमे में वह और अधिक बीमार हो गईं और गुरुवार रात उनकी मौत हो गई। शुक्रवार सवेरे उनका अंतिम संस्कार भूतपुरी के रामगंगा घाट पर किया गया।