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    Bijnor News: बीमारी से परेशान शिक्षक ने तमंचे से खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, छोड़ा सुसाइड नोट

    Updated: Sun, 23 Mar 2025 06:26 PM (IST)

    बिजनौर के हरेवली क्षेत्र में एक 44 वर्षीय प्राइवेट शिक्षक प्रकाशवीर ने अपने घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार प्रकाशवीर पिछले तीन वर्षों से आंतों में इन्फेक्शन और पेशाब संबंधी बीमारी से पीड़ित थे और उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें उन्होंने अपनी बीमारी के कारण परेशान होने की बात लिखी है।

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    हरेवली के गांव शहजादपुर में माैके पर जांच करती फोरेंसिक टीम, इनसेट में मृतक।

    जागरण संवाददाता, बिजनौर। पेट संबंधी बीमारी से पीड़ित शिक्षक ने स्वयं को तमंचे से गोली मारकर जान दे दी। फायर की आवाज सुनकर परिजन कमरे में पहुंच गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। 

    जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारी व फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। मामले की जानकारी ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया है। साथ ही मौके से तमंचा व कारतूस का खोखा बरामद किया है। शिक्षक ने सुसाइड नोट में बीमारी से परेशान होने की बात लिखी है।

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    यह है पूरा मामला

    हरेवली क्षेत्र के गांव शहजादपुर निवासी 44 वर्षीय प्रकाशवीर पुत्र प्यारे सिंह सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज हरेवली में प्राइवेट शिक्षक थे। रविवार सुबह वह लगभग आठ बजे पास में ही स्थित शिव मंदिर में पूजा करने के बाद घर पहुंचे। अपने कमरे में पहुंचकर 315 बाेर के तमंचे से खुद को गोली मार ली। 

    बताया जाता है कि मृतक के माता-पिता की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। परिवार में शिक्षक की पत्नी मधु व तीन बच्चे हैं। परिजनों के मुताबिक, पिछले कई दिन से वह परिजनों से कम बात कर रहा था। 

    इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि बीमारी से तंग आकर उसने आत्महत्या की है। घटना की सूचना पर सीओ अंजनी कुमार, थानाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह व फोरेंसिक टीम के उप निरीक्षक विजय राज सिंह, शहजाद अली, मिंटू तोमर ने मौके पर पहुंच कर जांच की तथा शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया। 

    थानाध्यक्ष ने बताया कि तमंचा व खोखा बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि तमंचे के बारे में भी जांच की जा रही है।

    आंतों में इन्फेक्शन व पेशाब संबंधी बीमारी से था पीड़ित

    परिजनों के मुताबिक, शिक्षक पिछले तीन वर्षों से आंतों में इन्फेक्शन व पेशाब संबंधी बीमारी से पीड़ित था। उसका पहले मेरठ के प्राइवेट अस्पताल का चल रहा था, लेकिन बीते शुक्रवार को वह काशीपुर दवाई लेने गया था। 

    इसके अलावा, भी अन्य स्थानों पर उपचार करा चुका था। बताया जाता है कि दो दो दिन से पेशाब संबंधी बीमारी से परेशान था। उनका इकलौता पुत्र भी दिव्यांग था। बेटे की ओर से भी वह परेशान रहते थे। शिक्षक के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है। उसमें लिखा है कि वह दवाई खाते हुए परेशान हो गए हैं। जीने की आस खो चुका है।

    शनिवार को कॉलेज में गया था

    शिक्षक शनिवार को कॉलेज में पढ़ाने गया था, लेकिन परिजनों को क्या पता था कि इसका कॉलेज का आखिरी दिन है। शिक्षक तीन तीन बच्चे हैं। इनमें एक पुत्र 20 वर्षीय लव कुमार नेत्रहीन तथा मंदबुद्धि है। वह जन्म के कुछ समय बाद से ही बीमारी में नेत्रहीन हो गया था। दूसरी पुत्री 22 वर्षीय काजल है, जो बीएससी में पढ़ रही है तथा तीसरी पुत्री सात वर्षीय अवली है, जो प्राइमरी स्कूल में पढ़ रही है।

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