लोकल वेंडर न मिलने से जोर नहीं पकड़ पा रही PM Suryaghar Yojana, अब तक मिल चुके हैं 8732 आवेदन
बस्ती जिले में पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना धीमी गति से चल रही है। 3430 के लक्ष्य के मुकाबले केवल 865 लोग ही लाभान्वित हुए हैं जबकि 8732 आवेदन प्राप्त हुए थे। लोकल वेंडर की कमी के कारण प्रगति धीमी है। इस योजना के तहत घरों पर सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी दी जाती है जिससे 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिल सकती है।

जागरण संवाददाता, बस्ती। (Free Electricity Scheme) घरों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने,बिजली की लागत में कमी लाने और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की प्रगति बस्ती जनपद में धीमी है। योजना के तहत जिले को 3430 का लक्ष्य मिला था, जिसके सापेक्ष अब तक इस योजना में 8732 आवेदन मिले,मगर लाभान्वित महज 865 लोग ही हो सके। प्रगति धीमी होने का कारण लोकल वेंडर की कमी बताई जा रही है।
पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना को सोलर रूफटाप संयत्र योजना भी कही जाती है। इसके तहत लोगों को अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी दी जाती है। इस योजना के तहत लोग हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्राप्त कर सकते हैं। सोलर पैनल प्रयोग में लाने से बिजली की खपत में कमी आती है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है।
किस पर कितना मिलता है अनुदान
एक किलोवाट संयंत्र क्षमता वाले सोलर पैनल लगाने पर कुल 45 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसमें केन्द्रानुदान 30 हजार तथा राज्यांश 15 हजार है। दो किलोवाट संयंत्र क्षमता पर 90 हजार रुपये एवं तीन किलोवाट व उससे ऊपर संयंत्र क्षमता पर 108000 अनुदान दिया जाएगा। दो किलोवाट पर केन्द्रानुदान 60 हजार तथा राज्यांश 30 हजार व तीनकिलोवाट व उससे ऊपर की क्षमता वाले संयंत्र पर पर केन्द्रानुदान 78 हजार तथा राज्यांश 30 हजार रुपये मिलता।
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791 को मिल चुकी है सब्सिडी
पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत बस्ती में 3430 लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें 865 को अब तक लाभान्वित किया जा चुका है। वहीं 791 को सब्सिडी भी दी जा चुकी है।
पीएम सूर्य घर योजना का के तहत सोलर रूफटाप संयंत्र की स्थापना वेंडर सलेक्शन पर भी निर्भर है। बाहरी वेंडर्स होने के कारण समस्या आ रही है। लोकल बेंडर कम है, ऐसे में इनकी संख्या बढाने पर जाेर है।
-राजमंगल चौधरी, परियोजना अधिकारी नेडा
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