Bareilly: घर में रखा था पति की शव, ट्रेन में विवाहिता ने जन्मी बेटी; प्रसव के बाद भी 385 KM का किया सफर
आंवला के टांडा के निवासी भगवान सिंह की शादी बिहार के सिकोल जिले में त्रिवेणी थाना क्षेत्र के गांव लकोना कोठी में हुई। उनकी गर्भवती पत्नी संगीता बिहार स्थित मायके गई थी। वहां पति की मौत होने का समाचार मिला तो गर्भावस्था में भी बरेली आने के लिए ट्रेन संख्या 12203 अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस में गुरुवार को सवार हो गई।

जागरण संवाददाता, बरेली। पति की मौत होने का हृदय विदारक समाचार मिलने की मानसिक पीड़ा और लोकल ट्रेन में सफर के दौरान प्रसव का दर्द सहने के बावजूद एक महिला यात्री ने 385 किलोमीटर का सफर तय किया। बरेली में जीआरपी और आरपीएफ ने पहले से व्यवस्था करके रखी और प्रसूता को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा। इसके बाद महिला ने अपने पति को अंतिम विदाई दी।
मायके गई थी महिला
आंवला के टांडा के निवासी भगवान सिंह की शादी बिहार के सिकोल जिले में त्रिवेणी थाना क्षेत्र के गांव लकोना कोठी में हुई। उनकी गर्भवती पत्नी संगीता बिहार स्थित मायके गई थी। वहां पति की मौत होने का समाचार मिला तो गर्भावस्था में भी बरेली आने के लिए ट्रेन संख्या 12203 अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस में गुरुवार को सवार हो गई।
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ट्रेन में ही दिया बच्ची को जन्म
गोरखपुर के पास संगीता का प्रसव हो गया। ट्रेन में ही बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद टीटीई और अन्य स्टाफ ने उतरकर अस्पताल जाने को कहा तो प्रसूता ने इनकार दिया। पति के अंतिम दर्शन करने के लिए वह दर्द सहते हुए बरेली तक आ पहुंची। गोरखपुर से पहले ही सूचना बरेली को दे दी गई।
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घर पहुंचने पर किया पति का अंतिम संस्कार
जीआरपी इंस्पेक्टर अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि बरेली में जीआरपी और आरपीएफ जवानों ने महिला को जिला अस्पताल में भेजा। वहां पर महिला के ससुरालीजन भी आ गए। इसके बाद वे संगीता को घर ले गए। संगीता के घर पहुंचने के बाद पति का अंतिम संस्कार किया गया।
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