दीवारों में चुन गए, पर झुके नहीं: वीर साहिबजादों की शहादत भारतीय इतिहास की अमूल्य धरोहर
बरेली के गुरु नानक इंटर कॉलेज में वीर बाल दिवस पर संगोष्ठी आयोजित हुई। राज्यसभा सांसद मिथलेश कठेरिया और सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने साहिबजादों बाबा ज ...और पढ़ें

कार्यक्रम में बोलते वक्ता
जागरण संवाददाता, बरेली। वीर बाल दिवस पर शुक्रवार को गुरु नानक इंटर कालेज, बहेड़ी में भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित संगोष्ठी में सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान होने वाले वीर साहिबजादों के त्याग को भारतीय इतिहास की अमूल्य धरोहर बताया गया।
मुख्य अतिथि राज्य सभा सदस्य मिथलेश कठेरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी। हर साल हम 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मना रहे हैं। वीर बाल दिवस श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्रों साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत का प्रतीक है। बताया कि वजीर खान ने बच्चों को जिंदा दीवार में चुनवा दिया था।
जहां गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों को जिंदा चुनवाया गया था, आज उसी जगह को फतेहगढ़ साहिब के नाम से जाना जाता है। ये दिवस उन वीरो के शौर्य की सच्ची श्रद्धांजलि है। सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने इतिहास को याद दिलाते हुए कहा कि किस प्रकार मुग़ल शासकों ने हिंदू धर्म को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास किया, मगर सनातन संस्कृति को बचाने में गुरु गोविंद सिंह ने अपने चारों पुत्रों को बलिदान कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीर बलिदानी गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों की शाहदत और इतिहास की जानकारी के लिए देश के सभी विद्यालयों में इसका पाठ्यक्रम जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया। वीर साहिबजादों का त्याग भारतीय इतिहास की अमूल्य धरोहर है।
जिला प्रभारी चौधरी देवेंद्र सिंह ने साहिबजादों के बलिदान को नमन करते हुए कहा कि कम उम्र में भी उन्होंने धर्म, सत्य और साहस की जो मिसाल पेश की, वह युगों-युगों तक प्रेरणास्रोत बनी रहेगी। गुरु गोबिंद सिंह ने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपने चारों साहिबजादों को न्योछावर कर दिया।
इसी कारण गुरु गोबिंद सिंह को ‘सरवंश दानी’ कहा जाता है। युवाओं को गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके साहिबजादों के जीवन एवं बलिदान के बारे में अवश्य जानना चाहिए। जिला अध्य्क्ष सोमपाल शर्मा ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों ने अनुकरणीय साहस दिखाया था, उन्होंने अपनी आस्था की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे ऐसे वीर पुत्रों को हम नमन करते हैं।
इस अवसर पर पवन शर्मा, बहेड़ी गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्य्क्ष सरदार निरंजन सिंह, प्रशांत पटेल, वीरपाल गंगवार, डा. निर्भय गुर्जर, चंचल गंगवार, स्वाति गंगवार, ब्लाक प्रमुख अमरिंदर सिंह गोल्डी, भूपेंद्र कुर्मी, अजय जायसवाल, नीरेंद्र सिंह राठौर, चैयरमैन वीरपाल मौर्य, राहुल साहू, मीडिया प्रभारी अंकित माहेश्वरी, अभय चौहान, सुनील गंगवार, सुनील रस्तोगी, मुकेश राजपूत, देवेंद्र सक्सेना, मंडल अध्य्क्ष राहुल गुप्ता, सतपाल शर्मा, योगेंद्र मौर्य, हरीश कश्यप, बृजेश गंगवार आदि उपस्थित रहे।

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