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बरेली में सिरफिरे ने फैलाई अफवाह, एसपी को गोली मार दी गई है..चार घायल हैं, जल्दी एंबुलेंस भेजो

हेलो! बरेली एसपी को गोली मार दी गई है। चार लोग घायल अवस्था में पड़े हैं। जल्दी एंबुलेंस भेजो। एसपी की जान चली गई है। डायल 112 पर एक फोन काल के जरिये दी गई इस सूचना से बरेली ही नहीं लखनऊ तक खलबली मच गई। वायरलेस से पूरे जिले में सूचना प्रसारित की गई। बारादरी पुलिस घटनास्थल की ओर दौड़ी। चप्पा-चप्पा छाना गया। शरारती तत्वों की हरकत सामने आई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 08:43 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 08:43 PM (IST)
बरेली में सिरफिरे ने फैलाई अफवाह, एसपी को गोली मार दी गई है..चार घायल हैं, जल्दी एंबुलेंस भेजो

जागरण संवाददाता, बरेली: हेलो! बरेली एसपी को गोली मार दी गई है। चार लोग घायल अवस्था में पड़े हैं। जल्दी एंबुलेंस भेजो। एसपी की जान चली गई है। डायल 112 पर एक फोन काल के जरिये दी गई इस सूचना से बरेली ही नहीं लखनऊ तक खलबली मच गई। वायरलेस से पूरे जिले में सूचना प्रसारित की गई। बारादरी पुलिस घटनास्थल की ओर दौड़ी। चप्पा-चप्पा छाना गया। शरारती तत्वों की हरकत सामने आई। फोन नंबर के आधार पर बारादरी पुलिस ने जगतपुर निवासी 14 वर्षीय किशोर को उठाया। पूछताछ में उसने दुकान मालिक की हरकत बताई। कहा कि दुकान मालिक उससे फोन कराता था। इधर, किशोर के पकड़े जाने के बाद युसुफ फरार हो गया। बारादरी पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

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दरअसल, यह सूचना दी गई मंगलवार को दी गई। सूचना देने वाले व्यक्ति ने कहा कि हमारे नंबर को गुप्त रखा जाए। इसके बदले उसने एक दूसरा नंबर देते हुए कहा कि घटनास्थल पर पहुंचने पर इस नंबर पर बात की जा सकती है। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद कोई हलचल न होने पर पुलिस ने कालर द्वारा दिये गए संबंधित नंबर पर फोन करना शुरू किया तो वह स्विच आफ जाता रहा। इसी के बाद सर्विलांस के जरिए सीडीआर निकलवाई गई। पुलिस ने किशोर को उठाया। उसने बताया कि वह 10वीं का छात्र है और जगतपुर मोहन तालाब निवासी युसुफ के यहां मोटर मैकेनिक का काम सीखता है। मोटर मैकेनिक युसुफ ही उससे फोन कराता है। अलग-अलग सिम भी वही मुहैया कराता है। पुलिस को उस पर शक न हो, इसलिए आस-पास के व्यापारियों का नंबर देने के साथ बीच-बीच में खुद अपना नंबर देता है। अबकी बार उसकी चालाकी काम न आई। एसपी को गोली मारे जाने जैसी गलत सूचना पर वह घिर गया। नाबालिग होने के चलते किशोर को बारादरी पुलिस ने अंतिम चेतावनी देते हुए उसे स्वजन के सुपुर्द कर दिया।

छह महीने में 17 अलग-अलग फोन नंबरों से दी 100 फर्जी सूचनाएं

छह महीने से डायल 112 व बरेली पुलिस के लिए फर्जी काल सिरदर्द बनी हुई थीं। जांच में सामने आया कि युसुफ ने छह महीने में अलग-अलग नामों से 17 सिम कार्ड खरीदे। इन सिमों के जरिये ही डायल 112 पर 100 से अधिक फर्जी सूचनाएं देकर सनसनी मचाई गई। फोन करने के बाद संबंधित नंबर को युसुफ बंद कर देता और दोबारा उस नंबर से फोन भी नहीं करता। किशोर ने पुलिस को बताया कि 15 दिन पहले ही एक नया सिम फर्जी काल के लिए युसुफ ने खरीदा था। मोटर मैकेनिक आरोपित खुद को यूट्यूबर के साथ कथित मीडियकर्मी भी बताता है।

इस्लामिया मैदान में हत्या की सूचना देकर मचाई थी सनसनी

जांच में यह भी सामने आया कि बीते दिनों कोतवाली क्षेत्र के इस्लामिया मैदान में इसी ने हत्या की झूठी सूचना दी थी। तभी ही कोतवाली पुलिस ने मोबाइल नंबर से किशोर को ट्रेस कर पकड़ा था लेकिन, तब किशोर बताकर आरोपित युसुफ ही उसे छुड़ा लाया था। हैरानी की बात सामने आई कि सेटेलाइट चौराहे से युवती के सरेराह अपहरण की सूचना दी गई। बीते 17 नवंबर को भी बारादरी क्षेत्र में अनहोनी की फर्जी सूचना भी दी गई। मामले में बारादरी पुलिस ने अज्ञात फोन नंबरों पर रिपोर्ट भी दर्ज की थी।

वर्जन

किशोर को अंतिम चेतावनी देते हुए उसके स्वजन को सुपुर्द कर दिया गया है। आरोपित युसुफ का मुकदमे में नाम बढ़ाने के साथ उसकी व उसे फर्जी प्रपत्रों पर सिम उपलब्ध कराने वाले की तलाश की जा रही है।

- नीरज मलिक, इंस्पेक्टर, बारादरी


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