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    Haridwar Stampede: ममेरे भाई के मुंडन में हरिद्वार गया था बरेली का आरुष, भगदड़ में हुई मौत

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 01:43 PM (IST)

    Haridwar Stampede हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के दौरान 12 वर्षीय आरुष की मौत हो गई। वह अपनी मां और बहन के साथ मुंडन समारोह में शामिल होने गया था। इस घटना में आरुष की मां और बहन भी घायल हो गईं। आरुष के पिता पंकज खबर सुनते ही हरिद्वार के लिए रवाना हो गए।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    संसू, जागरण मरीगंज, शीशगढ़/बरेली। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर हादसे में मृत 12 वर्षीय आरुष अपनी मां के साथ ममेरे भाई के मुंडन में गया था। उसके साथ उसकी छोटी बहन सौम्या भी थी। मंदिर में मची अचानक भगदड़ में उसकी मौत हो गई, जबकि उसकी मां और बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना जब गांव पहुंची तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। आरुष के पिता तत्काल ही हरिद्वार के लिए रवाना हो गए। आरुष उनका इकलौता पुत्र था।

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    मूल रूप से शीशगढ़ के सहोड़ा गांव निवासी पंकज उर्फ प्रवेश कुमार शीशगढ़ में प्रवेश ज्वेलर्स के नाम से दुकान चलाते हैं। उनके दो बच्चे आरुष और सौम्या हैं।

    आरुष की मां और बहन चोटिल, जबकि लाल फाटक निवासी विकास भी घायल

    स्वजन के मुताबिक, प्रवेश के ससुराल में उनके साले के बेटे का मुंडन कार्यक्रम होना था, जिसके लिए सभी को आमंत्रित किया गया था। किसी कारण से प्रवेश तो नहीं जा सके, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी निर्मला, बेटा आरुष व बेटी को सौम्या को भेज दिया।

    तीनों लोग 25 जुलाई को रामपुर के कैमरी थाना क्षेत्र स्थित पदपुर गांव पहुंचे। अगले दिन सभी हरिद्वार के लिए रवाना हो गए। वहां पर मुंडन कार्यक्रम के बाद सभी मंदिर घूमने चले तो मनसा देवी मंदिर में अचानक से भगदड़ मच गई।

    आरुष के घर में मचा कोहराम

    भीड़ में फंसने के बाद सभी इधर हो गए, जब भीड़ हल्की हुई तो पता चला कि आरुष की मौत हो गई। उसकी मां निर्मला और बहन भी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन दोनों को पुलिस ने अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करा दिया है। वहीं, जब इस मामले की जानकारी आरुष के परिवार वालों को मिली तो उनके पैरों से जमीन खिसक गई। परिवार में चीख पुकार मच गई।

    हरिद्वार गए पिता

    पिता तत्काल हरिद्वार के लिए रवाना हो गए। गांव में मौजूद अन्य सदस्यों का बुरा हाल है। गांव वालों का कहना हैं कि आरुष होनहार बच्चा था। अचानक से वह इस तरह के हादसे का शिकार होगा, यह किसी ने नहीं सोचा था।

    दोस्त के साथ गया विकास भी भगदड़ में घायल

    मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ में बरेली के आरुष की मौत के साथ ही कैंट के लाल फाटक निवासी विकास भी घायल हो गए। वह अपने दोस्तों के साथ हरिद्वार के लिए गए थे। विकास के भाई अंशु ने बताया कि विकास मोटरसाइकिल मैकेनिक है। वह शुक्रवार को गांव के ही अपने दोस्तों के साथ गया था।

    जल लेने के लिए जा रहा था

    अंशु ने बताया कि विकास ने घर पर बताया था कि वह जल लेने के लिए जा रहा था। कुछ रुपये भी लिए कहा कि रास्ते से ही कपड़े आदि खरीद लेगा। वह कब हरिद्वार पहुंचा, कब लौटेगा, इस बारे में भी उसने किसी को कुछ नहीं बताया।

    अंशु का कहना है कि विकास के पास फोन नहीं है इसलिए कुछ भी जानकारी नहीं मिल पा रही है। वह तीन भाई हैं, जिसमें विकास दूसरे नंबर है। पिता प्रेमपाल राजमिस्त्री का काम करते हैं।

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