सुलगे दाम: कल तक जो ₹100 में थी, आज ₹350 की हुई; ठंड बढ़ते ही बाजार में मच गई लूट!
बरेली में भीषण ठंड के कारण कोयला, लकड़ी और अंगीठी की मांग में भारी उछाल आया है, जिससे इनके दाम तेजी से बढ़े हैं। कोयला 35 रुपये और लकड़ी 12 रुपये प्रत ...और पढ़ें

बाजार में बिकती अंगीठी
अजय शर्मा, बरेली। बर्फीली हवा के कारण भीषण ठंड बढ़ती जा रही है। ठंड से राहत पाने के लिए लोग अलाव की जरूरत महसूस कर रहे हैं, लेकिन नए साल की दस्तक से पहले ही अलाव महंगा हो गया है। कोयला, लकड़ी और अंगीठी की बिक्री में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है।
बाजार में इमली की लकड़ी का कोयला 35 रुपये और लकड़ी 12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है, जबकि एक अंगीठी के दाम 150 से लेकर 350 रुपये तक पहुंच गए हैं। व्यापारियों के मुताबिक नए साल में इनके दाम बढ़ने की संभावना है। अंगीठी विक्रेता शकील ने बताया कि नवंबर की शुरुआत में हल्की सर्दी का ही मौसम था।

ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा था कि इस साल ठंड का असर कम रहेगा, इसीलिए लोहार से माल की आवक ही कम रही। नवंबर के आखिर तक एक अंगीठी 100 से 200 रुपये तक बिक रही थी। अचानक बर्फीली हवाएं ठंड बढ़ने के साथ ही लोगों में अंगीठी की मांग बढ़ गई। आनन-फानन में लोहार को नए आर्डर दिए गए इसीलिए ही अंगीठी के दाम बढ़ गए हैं।
स्थानीय व्यापारी बाहरी क्षेत्रों पर निर्भर
बाजार में कोयला और लोहा की मांग की पूर्ति के लिए स्थानीय व्यापारी बाहरी क्षेत्रों पर निर्भर हैं। स्टाक कम होने के कारण आपूर्ति करने वाले जिलों से माल समय पर नहीं आ रहा है। आवक कम और मांग अधिक होने के कारण कीमतों में तेजी बनी हुई है।
ओस के कारण सूखी लकड़ी मिलना मुश्किल
बांस मंडी स्थित लकड़ी व्यापारी नितिन ने बताया कि ठंड में ओस के कारण सूखी लकड़ी मिलना मुश्किल हो गई है। पिछले एक सप्ताह में सूखी लकड़ी की बिक्री में भारी बढ़ोतरी हुई है। पहले कीमतें लगभग आधी थीं। लकड़ी के छोटे टुकड़े 12 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहे हैं। पिछले सात दिनों में मांग में जिस तरह से तेजी आई है, उससे आने वाले दिनों में बाजार और गरम होगा।

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