Bareilly Weather Forecast: शीतलहर का टॉर्चर, पर नहीं टूटा पिछले साल का रिकॉर्ड; जानें क्या कहते हैं आंकड़े
Weather Forecast: बरेली में कड़ाके की ठंड और गलन जारी है, लेकिन इस साल दिसंबर का तापमान पिछले साल के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है। पिछले साल 14 दिसंबर ...और पढ़ें

ठंड से बचाव के लिए आग तापते लोग
जागरण संवाददाता, बरेली। साल 2025 की विदाई और नववर्ष 2026 के स्वागत की तैयारियों के बीच जिले का मौसम इस समय ठिठुरन और गलन की चपेट में है। हालांकि, दिसंबर का महीना बीतने की कगार पर है, लेकिन आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बार की सर्दी बीते वर्षों के रिकार्ड को नहीं तोड़ सकी है। सोमवार को शहर में दिनभर शीतलहर चलती रही, गलन बढ़ने से लोगों को घरों से बाहर निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
हवाओं के चलते कोहरे का प्रभाव कम रहा। मौसम विभाग की ओर से आगामी दिनों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल यानी दिसंबर 2024 में सर्दी का असर काफी अधिक था। बीते वर्ष 14 दिसंबर को न्यूनतम पारा गिरकर 4.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जिसने लोगों को कंपकपाने पर मजबूर कर दिया।

इसके मुकाबले इस बार दिसंबर में सबसे कम तापमान पांच दिसंबर को 5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 15.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम पारा 10 डिग्री के ऊपर रहने के बावजूद दिन भर चलने वाली सर्द हवाओं ने गलन को बढ़ा दिया है।
अलाव और चाय की चुस्की दे रही राहत
सिविल लाइंस का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 73 और राजेंद्र नगर का एक्यूआइ 118 दर्ज किया गया। कड़ाके की ठंड से राहत पाने के लिए लोग जगह-जगह अलाव जलाकर बैठे नजर आए।
बाजार और सार्वजनिक स्थलों पर लोग गलन से बचने के लिए गर्म कपड़ों और चाय की चुस्कियों का सहारा ले रहे हैं। प्रादेशिक मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने कहा, बरेली में सोमवार को शीत दिवस रहा, आगामी दिनों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। ऐसे में घरों से बाहर निकलते समय विशेष सावधानी बरतें।

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