बरेली हिंसा: चार्जशीट दाखिल, 'सिर तन से जुदा' वाले नारों ने बढ़ाई मौलाना तौकीर रजा की मुसीबत!
बरेली हिंसा के सभी 10 मुकदमों में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें 'सिर तन से जुदा' नारे, पुलिस पर पेट्रोल बम व एसिड से हमला, और दंगा भड़काने ज ...और पढ़ें

उपद्रव में लाठीचार्ज करती पुलिस। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, बरेली। उपद्रव के मामले में पुलिस की ओर से दर्ज सभी 10 मुकदमों में पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इसमें सिर तन से जुदा, पुलिस पर पेट्रोल बम व एसिड से हमला समेत 10 प्रमुख बिंदुओं का जिक्र किया गया है। यही सभी बिंदु कोर्ट में मौलाना तौकीर रजा व उसके साथियों को कठोर सजा कराने में अहम साबित होंगे।
26 सितंबर को शहर में कानपुर के आइ लव मुहम्मद पोस्टर की आड़ में मौलाना तौकीर रजा ने उपद्रव कराया था। इस मामले में पुलिस की ओर से कोतवाली, बारादरी, प्रेमनगर, किला और कैंट थाने में 10 मुकदमे लिखे गए थे। इसमें से पुलिस पर हमले के दो मुकदमों की विवेचना क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई।
अब सभी 10 मुकदमों में पुलिस और क्राइम ब्रांच चार्जशीट दाखिल कर चुकी है जिसमें सिर तन से जुदा नारा, पुलिस पर एसिड और पेट्रोल बम से हमला, उपद्रव में शामिल दंगाइयों का नेतृत्व, मौलाना के करीबी नदीम की तरफ से फर्जी लेटर को प्रसारित कर पुलिस-प्रशासन को गुमराह करना, पुलिस पर फायरिंग करना, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करना, सीसीटीवी समेत जैसे 10 प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया गया है जो मौलाना और उसके साथियों को सजा कराने में महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं।
उपद्रव के एक और आरोपित को बारादरी पुलिस ने किया गिरफ्तार
उपद्रव में शामिल आरोपितों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया पुलिस ने फिर से शुरू कर दी है। शनिवार को बारादरी पुलिस ने चक महमूद निवासी युनुस को भी गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद प्रकाश में उसका नाम आया था, लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार न कर सके इसलिए वह फरार हो गया था। लंबे समय से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। शनिवार को उसे गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है।

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