वेस्ट टू वेल्थ: अनुपयोगी दीयों से दौड़ी 'विकास की ट्रेन', दिया स्वच्छता का मंत्र
बरेली में 'वेस्ट टू वेल्थ' की अनूठी पहल के तहत, अनुपयोगी दीयों से 'विकास की ट्रेन' चलाई गई। इस प्रयास का उद्देश्य स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना है ...और पढ़ें

बरेली नगर निगम में रखा गया ट्रेन का माडल
जागरण संवाददाता, बरेली। दीपपर्व में जले दीये का पुर्नउपयोग करते हुए नगर निगम की टीम ने ट्रेन का माडल बनाकर कचरे से उपयोगी संसाधन बनाने का संदेश दिया। महापौर और नगर आयुक्त ने माडल का अनावरण कर आमजन से भी स्वच्छता में सहयोग मांगा।
नगर निगम 19 से 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह मना रहा है।
इसको लेकर बुधवार को कचरे से बने माडल को स्वच्छता, नवाचार एवं जन-जागरूकता का सशक्त प्रतीक बताते हुए आमजन से कचरा पृथक्करण, पुनः उपयोग एवं स्वच्छ आदतों को अपनाने की अपील की गई। महापौर डा. उमेश गौतम ने कहा कि, कचरा बोझ नहीं, बल्कि सही दृष्टिकोण एवं नवाचार के साथ एक उपयोगी संसाधन बन सकता है।
यह माडल वेस्ट टू वेल्थ की अवधारणा को व्यवहारिक एवं दृश्यात्मक रूप में प्रस्तुत करता है और चार प्रकार के कचरे—गीला, सूखा, घरेलू हानिकारक एवं सैनिटरी कचरा के पृथक्करण को सरलता से समझाता है। माडल में दीपावली पर्व के उपरांत बचे हुए एवं अनुपयोगी दीयों का रचनात्मक पुनः उपयोग किया गया है।
यह प्रयास न केवल कचरे में कमी लाने का उदाहरण है, बल्कि संसाधन संरक्षण, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व एवं सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्रभावी रूप से दर्शाता है। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि इस ट्रेन माडल के निर्माण में 25,000 मिट्टी के दीयों का उपयोग किया गया है।
इसके साथ ही नगर निगम के गोदाम में लंबे समय से अनुपयोगी पड़े खराब टायर, लोहे की चादरें एवं अन्य बेकार सामग्री का भी रचनात्मक प्रयोग किया गया है। जो बताता है कि सकारात्मक सोच एवं सामूहिक प्रयासों से कचरे को भी मूल्यवान संसाधन में बदला जा सकता है। इस दौरान महापौर और नगर आयुक्त ने कहा कि, हर छोटा प्रयास मिलकर बड़ी उपलब्धि बनता है।
नगर निगम की ओर से आमजन से कचरा अलग-अलग करने, फिर उपयोग एवं स्वच्छ आदतों को अपनाकर आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2025–26 में बरेली को नंबर एक शहर बनाने में योगदान देने की अपील की जा रही है। इस दौरान अपर नगर आयुक्त शशि भूषण राय समेत अन्य अधिकारी और एसवीएम टीम रही।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।