जहरीली सिरिंज से पत्नी की हत्या: मरने से पहले गिड़गिड़ाई थी मीनू, बोली- मेरा क्या कसूर...? सिपाही की करतूत का राजफाश
सीडीआर से खुल गई थी सिपाही की पोल। सिपाही रवि अपनी पत्नी मीनू को प्रापर्टी दिखाने के बाहने लेकर आया था। जब तीनों आकर कार में बैठे और कार सूनसान स्थान पर पहुंची और रुक गई तो मीनू को कुछ गलत होने का अंदेशा हुआ। उसने पूछा था कि यहां पर गाड़ी क्यों रोकी? हालांकि उस वक्त पास में ही प्रापर्टी होने की बात कहकर टाल दिया।
जागरण संवाददाता, बरेली : हत्या की पूरी पटकथा लिखने के बाद सिपाही रवि अपनी पत्नी मीनू को प्रापर्टी दिखाने के बाहने लेकर आया था जबकि उसके दोनों साथी पहले से ही सात सिरिंजों में तीन तरह के इंजेक्शन भरे तैयार खड़े थे। जब तीनों आकर कार में बैठे और कार सूनसान स्थान पर पहुंची और रुक गई तो मीनू को कुछ गलत होने का अंदेशा हुआ। उसने पूछा था कि यहां पर गाड़ी क्यों रोकी? हालांकि उस वक्त पास में ही प्रापर्टी होने की बात कहकर टाल दिया।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि, कार में पिछली सीट पर बैठे शानू ने मीनू के हाथ पकड़े और जतिन ने जैसे ही पहली इंजेक्शन भरी सिरिंज लगाई तो मीनू को अपनी मौत का आभाष हो गया। उसने रवि से कहा कि बाबू मुझे क्यों मार रहे हो...? मैंने क्या किया है? मेरी तो कोई गलती भी नहीं की? आखिर किस बात की सजा है? मगर बेरहम बने तीनों दोस्तों ने चंद मिनट के अंदर ही मीनू की सांसे धमा दीं।
सिरिंज से की हत्या, मृतका मीनू का फाइल फोटो। जागरण।
सीडीआर से खुल गई थी सिपाही की पोल
आरोपितों को जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो उनके कान में मीनू के यह सवाल गूंज रहे हैं। मगर उनका जवाब किसी के पास नहीं हैं। जब आरोपितों का दरिंदगी वाला चेहरा सामने आया तो पुलिस भी एक बार को सोच में पड़ गई। हालांकि, रवि के प्रेम प्रसंग की कहानी तो पुलिस के सामने उसी दिन आ गई थी जब पुलिस ने उसका सीडीआर खंगाला। उसमें रिश्तेदारी की एक युवती से रवि की हद से ज्यादा बातचीत देखकर शक होने लगा। हालांकि, बाद में उसने स्वीकार भी कर लिया।
गिरफ्तार होने के बाद गिड़गिड़ा रहा जतिन
पुलिस ने जब तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी की तो जतिन टूट गया। वो पुलिस से रहम की भीख मांग रहा था। हाथ जोड़कर पुलिस से माफी मांग रहा था कह रहा था कि बहुत बड़ी गलती हो गई उसे माफ कर दें। भविष्य में इस तरह की गलती नहीं करेगा। उसे अपने किए पर पछतावा है। यह वही जतिन था जिसे मीनू की चीख और उसकी दया की भीख सुनाई नहीं दी और लगातार कुछ ही सेकंड में सात सिरिंज उसके गले पर मार दी।
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