नगर निगम की सख्ती: बरेली कॉलेज के बाद अब रुहेलखंड यूनिवर्सिटी के 14 बैंक खातों पर नगर निगम का ताला
बरेली नगर निगम ने 16.19 करोड़ रुपये के संपत्तिकर बकाया होने पर रुहेलखंड विश्वविद्यालय के 14 बैंक खाते कुर्क कर दिए हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने बताय ...और पढ़ें

महात्मा ज्योतिबा फूले रूहेलखंड विश्वविद्यालय
जागरण संवाददाता, बरेली। शहर में गृहकर के बड़े बकाएदारों के संपत्तियों की सीलिंग के बीच नगर निगम ने सरकार विभागों पर भी सख्ती शुरु कर दी। बुधवार को महात्मा ज्योतिबा फूले रूहेलखंड विश्वविद्यालय (रुवि) के 14 बैंक खातों को कुर्क कर दिया गया। कार्रवाई के बाद रुवि प्रशासन अब इन खातों से जमा-निकासी नहीं कर सकेगा।
इससे, पहले नगर निगम ने बरेली कालेज के कई खातों को फ्रीज कर लेनदेन पर पूरी तरह रोक लगा दी थी। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि रुहेलखंड विश्वविद्यालय पर वर्ष-2014-2015 से चालू वित्त वर्ष तक 16.19 करोड़ का गृहकर बकाया है। इसे जमा कराने के लिए कई बार रुवि प्रशासन को टैक्स विभाग की ओर से पत्र लिखा गया लेकिन कोई पहल नहीं किया गया।
इस पर बुधवार को विश्वविद्यालय के एचडीएफसी बैंक में चल रहे 14 अलग-अलग खातों को नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 507 से 513 के तहत खातों को कुर्क कर दिया गया। बताया कि कार्रवाई से पहले कुलसचिव और अन्य उच्चाधिकारियों को कई बार पत्र लिखने के साथ निजी तौर पर भी भुगतान कराने की अपील की गई लेकिन कोई ठाेस पहल नहीं किया गया।
इससे पहले नगर निगम ने बरेली कालेज पर 27 करोड़ के बकाए पर कई खाते फ्रीज कर दिए थे, जिसके बाद कालेज प्रबंधन ने चालू वित्त वर्ष का बकाया संपत्तिकर जमा करते हुए राहत की अपील की, जिसके आधार पर नगर निगम ने उनके खातों पर लेन-देन पर लगे रोक को हटा लिया था। अब विश्वविद्यालय पर कार्रवाई के बाद अन्य बड़े बकाएदारों पर भी कार्रवाई का संकट मंडराने लगा है।
नगर आयुक्त के अनुसार शहर में एक लाख से अधिक धनराशि के बड़े बकाएदारों के विरुद्ध नगर निगम की ओर से नोटिस पूर्व में ही जारी किया जा चुका है। अब भुगतान नहीं करने वाले ऐसे सभी निजी और व्यवसायिक संपत्तियों के बकाएदारों के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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